Full Process of Lemon Grass Cultivation: खेती-किसानी के जरिये अतिरिक्त आमदनी लेने के लिये पारंपरिक फसलों के बजाये बागवानी फसलों की खेती का चलन बढ़ता जा रहा है. खासकर बात करें हर्बल खेती (Herbal farming) के बारे में, तो यह किसानों के लिये कम लागत में मुनाफे का सौदा बनती जा रही है. ऐसी ही एक औषधीय फसल (Medicinal Crop) है लेमन ग्रास (Lemon Grass), जिसकी खेती करने से किसानों को बंजर जमीन में भी बढ़िया उपज और आमदनी मिल जाती है. इसकी खेती का सबसे बड़ा लाभ ये है कि ना ज्यादा सिंचाई की जरूरत होती है और ना ही कीट नाशक दवाओं की. इसके अलावा, पशु भी इस घास को नहीं खाते, जिसके कारण खुले खेत में आसानी से  उगाया जा सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, मराठवाड़ा, बुंदेलखंड और राजस्थान के सूखाग्रस्त या कम पानी वाले इलाकों में लेमन ग्रास की खेती (Lemon Grass Farming) मुनाफे सौदा साबित हो सकता है.




लेमन ग्रास की खेती और खर्च
सूखाग्रस्त इलाकों में लेमन ग्रास की खेती करने से खर्च कम और तमाम फायदे मिलते हैं, लेकिन शुरुआत में खाद-बीज मिलाकर 30,000-40,000 तक का खर्च आ सकता है. 



  • एक एकड़ जमीन पर इसकी खेती के लिये करीब 10 किलो बीज की जरूरत पड़ती है, जिससे 55-60 दिनों में नर्सरी तैयार हो जाती है.

  • किसान चाहें तो प्रमाणित नर्सरी से भी इसके पौधे खरीद सकते हैं.

  • नर्सरी की तैयारी के बाद जून-जुलाई के महीने में लेमन ग्रास के पौधों की रोपाई की जाती है.

  • रोपाई के लेमन ग्रास को तैयार होने में 70-80 दिन लग जाते हैं, इस मानसून में बारिश के पानी से ही इसकी सिंचाई होती रहती है.

  • साल भर में लेमन ग्रास की फसल में 5-6 कटाईयां करके पत्तियां निकाली जा सकती है.

  • बंजर या कम उपजाऊ खेत में एक बार लेमन ग्रास की रोपाई करने पर इसकी फसल अगले 6 सालों तक मोटा मुनाफा देती है.

  • इसकी अच्छी पैदावार के लिये खेत में गोबर की खाद और लकड़ी की राख डालने की सलाह दी जाती है.

  • बात करें देखभाल की तो लेमन ग्रास की फसल को साल भर में सिर्फ 2-3 निराई-गुड़ाई और 8-10 सिंचाईयों की जरूरत होती है.




प्रोसेसिंग से मिलेगा लाखों का फायदा
अंतर्राष्ट्रीय बाजार (International Market) में लेमनग्रास और इसके तेल (Lemon Grass Oil)की काफी मांग है. भारत भी लेमन ग्रास ऑइल का बडा निर्यातक ( Lemon Grass Oil Export) देश है, यहां से हर साल करीब 700 टन लेमन ग्रास ऑइल निर्यात किया जाता है, इसलिये सरकार भी इसके क्वालिटी उत्पादन के लिये किसानों को उचित दरों पर सब्सिडी दे रही है. 



  • एक एकड़ खेत में लेमन ग्रास की खेती (Lemon Grass Cultivation) करने पर 150-200 टन तक पत्तियों का उत्पादन मिल जाता है, जिससे 100-150 टन तेल निकल आता है.

  • बाजार में लेमन ग्रास के तेल को (Lemon Grass Oil) 1200-1300 रुपये लीटर के भाव बेचा जाता है.

  • इस प्रकार साल भर में लेमन ग्रास की खेती (Lemon Grass Farming) करके 1 लाख 20 हजार से लेकर डेढ़ लाख तक की कमाई हो जाती है.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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