Drumstick Culltivation: भारत में अब किसान पारंपरिक खेती के अलावा अलग तरह की खेती भी कर रहे हैं. जिससे भी वह तगड़ा मुनाफा कमा रहे हैं. किसान अब सब्जियों की फसलों की ओर भी काफी आकर्षित हो रहे हैं. इनमें किसान ऐसी फसलों की खेती ज्यादा कर रहे हैं. जिनके आयुर्वेदिक फायदे हैं.
ऐसी ही फसल है सहजन की फली. जिसकी खेती भी किसान बड़ी मात्रा में कर रहे हैं. सहजन की फली के अंदर बहुत सारे फायदेमंद आयुर्वेदिक गुण होते हैं. किसान इसकी खेती से लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. चलिए जानते हैं कैसे कर सकते हैं इसकी खेती.
कैसे करें सहजन की खेती?
सहजन की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है. इसके लिए सूखी बलुई या फिर चिकनी बलुई मिट्टी अच्छी रहती है. इसके पौधे के लिए गर्म मौसम सही रहता है. तो वहीं से ज्यादा पानी देने की जरूरत भी नहीं होती. इसकी खेती ज्यादातर गर्म इलाको में ही की जाती है. इसके लिए अधिकतम तापमान 25 से 30 डिग्री तक काफी रहता है.
सहजन के पौधे को गड्ढा में लगाया जाता है. पौधा लगाने के बाद गड्ढे को सड़े हुए गोबर की खाद से भर देना होता है. इसके पौधरोपण के तीन महीने बाद इसमें हाथ डालनी होती है . जिसमें 100 ग्राम फास्फेट, 100 ग्राम यूरिया और 50 ग्राम पोटाश हर गड्ढा के हिसाब से डालते हैं. एक बार इसकी बुवाई करने के बाद 4 सालों तक इसकी बुवाई करने की जरूरत नहीं होती.
10 महीने में कमा सकते हैं 1 लाख
साजन की खेती से किसान 10 महीनों बाद किसानों को एक एकड़ से एक लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है. सहजन के एक पेड़ से करीब 3000 किलो फली प्राप्त होती है. मार्केट में इसकी कीमतों की बात की जाए तो वह समय के हिसाब से बदलती रहती है. कभी इसकी कीमत ₹80 किलोग्राम होती है तो वहीं कभी यह डेढ़ सौ रुपए प्रति किलो ग्राम के ऊपर होती है. यह फली सेहत के लिए काफी फायेदमंद होती है. इसके अंदर बहुत सारे मल्टीविटामिन्स और एंटी एक्सीडेंट गुण होते हैं.
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