एक्सप्लोरर

Lotus Farming: कमल कंद की खेती से मिलेगा कमाल का मुनाफा, हर बंडल की बिक्री से होगी 50 हजार की कमाई

Herbal Farming: कमल कंद की खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता. फसल तैयार होने पर रोजाना 10,000 तक की आमदनी ले सकते हैं. इसकी खेती करके कई किसानों ने 50,000 प्रति एकड़ तक का मुनाफा भी लिया है.

Lotus Tuber Farming: भारत में गेहूं, धान और दूसरी पारंपरिक फसलों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, लेकिन बागवानी (Horticulture Crops) और औषधीय फसलों (Medicinal Crops) का रकबा इनकी तुलना में काफी कम है. देश के कुछ ही इलाके ऐसे है, जहां बागवानी फसलों को उगाया जाता है, हालांकि जमीन पर या मिट्टी में उगने वाली फसलों की खेती तो आसान होती है, लेकिन पानी में उगने वाली औषधीय फसलों (Herbal Farming) के सही जलवायु और देखभाल की जरूरत होती है. 

हम बात कर रहे हैं कमल कंद की खेती (Lotus Tuber Farming) के बारे में, जिसे कमल ककड़ी या ढेंस भी कहते हैं. पिछले 20 सालों से छत्तीसगढ़ का हीरापुर कमल कंद की खेती का केंद्र बिंदू बना हुआ है. जहां के ग्रामीण, किसान और आदिवासी तालाबों में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन (Lotus Tuber Production) लेकर आजीविका कमा रहे हैं.

क्या है कमल कंद 
कमल कंद, कमल ककड़ी या ढेंस, कमल की फसल का ही हिस्सा है, जिसे रेशेदार सब्जी और जड़ी-बूटी के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण ही छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसकी मांग बनी रहती है. इस राज्य में पिछले 20 सालों से ग्रामीण इलाकों की नदियों, तलाबों और पोखरों में इसकी खेती की जा रही है, जिससे ग्रामीणों को फूल, पत्ती, जड़ के साथ-साथ कंद का उत्पादन भी मिल जाता है. Lotus Farming: कमल कंद की खेती से मिलेगा कमाल का मुनाफा, हर बंडल की बिक्री से होगी 50 हजार की कमाई

कमल कंद की खेती
कमल कंद की खेती करना बेहद आसान है. सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही नहीं, बल्कि अच्छी नमी, आर्दता और जलीय संसाधनों वाले राज्यों में हर ग्रामीण कमल कंद की व्यावसायिक खेती कर सकते हैं. कमल कंद के साथ अतिरिक्त आमदनी कमाने के लिये नदी, पोखर या तालाब में मछली पालन भी कर सकते हैं. इस तरह कमल के फूल पूजा अर्चना के लिये, कमल की जड़े दोबारा खेती के लिये और कमल कंद को औषधी या सब्जी के तौर और मछलियों को भोजन के रूप में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

लागत और आमदनी
एक अनुमान के मुताबिक कमल कंद की खेती (Lotus Tuber Cultivation) में ज्यादा खर्च नहीं आता. वहीं फसल तैयार होने पर रोजाना 10,000 तक की आमदनी ले सकते हैं. एक एकड़ में कमल कंद की खेती करने पर कई किसानों ने 50,000 तक का मुनाफा भी लिया है. इसका हर बंडल 20 से 30 रुपये तक का बिकता है. वहीं इसकी व्यावसायिक खेती (Commercial farming of Lotus Tuber) करने पर किसान आराम से 1 लाख तक की कमाई भी ले सकते हैं.


Lotus Farming: कमल कंद की खेती से मिलेगा कमाल का मुनाफा, हर बंडल की बिक्री से होगी 50 हजार की कमाई

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

इसे भी पढ़ें:-

Lotus Farming: किसानों की मनोकामना पूरी कर सकता है कमल, इस तरह खेती करें तो होगा डबल मुनाफा

Subsidy Offer: ये खेती करने पर किसानों को मिलेगी 7000 रुपये प्रति एकड़ तक की सब्सिडी, सिर्फ 31 अगस्त तक खुले हैं आवेदन

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

WPL 2025: गुजरात ने यूपी वॉरियर्स को बुरी तरह रौंदा, 6 विकेट से दर्ज की बंपर जीत
गुजरात ने यूपी वॉरियर्स को बुरी तरह रौंदा, 6 विकेट से दर्ज की बंपर जीत
रामदास अठावले ने किया महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का विरोध, कहा- 'धार्मिक सौहार्द को...'
रामदास अठावले ने किया महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का विरोध, जानें क्या कहा?
स्टेशन मास्टर और अधिकारी क्या कर रहे थे? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर भड़के महंत राजू दास
स्टेशन मास्टर और अधिकारी क्या कर रहे थे? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर भड़के महंत राजू दास
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनी इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर छापे खूब नोट, अब ओटीटी पर यहां हो रहीं स्ट्रीम
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनीं ये हिट फिल्में, OTT पर देखें
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

New Delhi Railway Station Stampede: नहीं थे इंतजाम...फिर क्यों किए दावे तमाम? | Breaking NewsNew Delhi Railway Station Stampede: 3 ट्रेन.. 1 प्लेटफॉर्म.. तय था मौत का तूफान! | Breaking NewsDelhi Railway Station Stampede: प्रयागराज से दिल्ली..बदला कुछ नहीं! नई दिल्ली भगदड़ के 'वो' विलेन!Sandeep Chaudhary: कोई नहीं कसूरवार.. जनता अपनी जान की खुद कसूरवार ! Delhi Railway Station Stampede

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
WPL 2025: गुजरात ने यूपी वॉरियर्स को बुरी तरह रौंदा, 6 विकेट से दर्ज की बंपर जीत
गुजरात ने यूपी वॉरियर्स को बुरी तरह रौंदा, 6 विकेट से दर्ज की बंपर जीत
रामदास अठावले ने किया महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का विरोध, कहा- 'धार्मिक सौहार्द को...'
रामदास अठावले ने किया महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का विरोध, जानें क्या कहा?
स्टेशन मास्टर और अधिकारी क्या कर रहे थे? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर भड़के महंत राजू दास
स्टेशन मास्टर और अधिकारी क्या कर रहे थे? नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसे पर भड़के महंत राजू दास
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनी इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर छापे खूब नोट, अब ओटीटी पर यहां हो रहीं स्ट्रीम
'छावा' से पहले राजा-महाराजाओं पर बनीं ये हिट फिल्में, OTT पर देखें
SME IPO News: शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
शेयर मार्केट के लिए खास है आने वाला सप्ताह, खुलने जा रह हैं 2 बड़े SME IPO
हैवी ड्राइवर! लैपटॉप चलाते हुए कार ड्राइव कर रही महिला का हुआ मोटा चालान, वायरल हो रहा वीडियो
हैवी ड्राइवर! लैपटॉप चलाते हुए कार ड्राइव कर रही महिला का हुआ मोटा चालान, वायरल हो रहा वीडियो
IPL 2025 DC Schedule: 25 मार्च को गुजरात टाइटंस से दिल्ली कैपिटल्स का पहला मैच, जानें DC का फुल शेड्यूल
25 मार्च को गुजरात टाइटंस से दिल्ली कैपिटल्स का पहला मैच, जानें DC का फुल शेड्यूल
Myths Vs Facts: क्या पीरियड्स में गड़बड़ी गंभीर बीमारी के हैं लक्षण?  जानें क्या है पूरा सच
क्या पीरियड्स में गड़बड़ी गंभीर बीमारी के हैं लक्षण? जानें क्या है पूरा सच
Embed widget

We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking "Allow All Cookies", you agree to our use of cookies.