Dairy Farming Loan: आज दूध-डेयरी का बिजनेस गांव से लेकर शहरों तक धूम मचा रहा है. दूध और इससे बने उत्पादों की बढ़ती डिमांड के बीच अब गांव के लोग पशुपालन और डेयरी फार्मिंग (Dairy farming) से ही काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. डेयरी बिजनेस (Dairy Business) में भविष्य के सुनहरे अवसरों की तलाश में अब कई युवा भी नौकरी छोड़कर इस बिजनेस से जुड़ रहे हैं.सरकार भी इन लोगों को आगे बढ़कर आर्थिक मदद दे रही है. वैसे तो केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर डेयरी फार्मिंग के लिए लोन और सब्सिडी का इंतजाम कर रही है, लेकिन अब देश की सबसे बड़ी बैंकों में से एक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी डेयरी क्षेत्र में योगदान देने के लिए आगे आई है.


ये बैंक भी अब डेयरी बिजनेस के लिए किसानों-पशुपालकों और युवाओं को गैर जमानती लोन दे रहा है यानी अब बिना गिरवी रखे बैंक से पैसा उठा सकते हैं और अपने डेयरी बिजनेस को नई ऊंचाईयों पर ले जा सकते हैं. इस स्कीम से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई डीटल पढ़ें.


डेयरी बिजनेस के लिए लोन
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कई श्रेणियों के तहत लोन का वितरण करता है. इसमें दूध को इकट्ठा करने से लेकर भवन निर्माण, ऑटोमैटिक मिल्क मशीन, मिल्क कलेक्शन सिस्टम और दूध के ट्रांसपोर्ट के लिए गाड़ी खरीदने के लिए कम ब्याज दरों पर लोन मिल सकता है. डेयरी बिजनेस के लिए लोन की ब्याज दरें 10.85 प्रतिशत से चालू होती है और 24 प्रतिशत तक जाती हैं. ये पूरी तरह किसान या पशुपालक के ऊपर है कि वो कितनी रकम का लोन, कितने समय के लिए लेना चाहते हैं, उसी हिसाब से ब्याज की दर अदा की जाती है.


इन कामों के लिए मिलेगा लोन
डेयरी बिजनेस में भवन निर्माण से लेकर दूध इकट्ठा करने, प्रोसेसिंग, स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन जैसे कई काम होते हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी इन सभी उद्देश्यों के लिए अलग-अलग दरों पर लोन की सुविधा देती है. उदाहरण के लिए ऑटोमेटिक मिल्क कलेक्शन सिस्टम के लिए 1 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. डेयरी फार्मिंग के लिए भवन निर्माण के लिए 2 लाख रुपये, मिल्क की कोल्ड स्टोरेज मशीन के लिए 4 लाख रुपये और दूध ढ़ोने वाली गाड़ी यानी मिल्क टैंक ट्रांसपोर्टेशन के लिए 3 लाख रुपये तक के लोन का प्रावधान है. अब ये किसान और पशुपालकों के ऊपर निर्भर करता है कि वो 6 महीने से लेकर 5  लाख की अवधि के लिए लोन स्कीम का लाभ ले सकते हैं.


सरकार भी देती है सब्सिडी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अलाना कई सहकारी बैंक या नाबार्ड (NABARD) से भी डेयरी बिजनेस के लिए लोन ले सकते हैं, जिस पर ये संस्थाएं सब्सिडी भी देती है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy Entrepreneurship Development Scheme) भी चलाई है. इस स्कीम के तहत दूध-डेयरी का बिजनेस करने के लिए सरकार 25 फीसदी तक अनुदान देती है. अगर आप 10 दुधारु पशुओं के साथ डेयरी बिजनेस करना चाहते हैं तो आरक्षित कोटे के लाभार्थियों के 33 फीसदी तक सब्सिडी दी जाती है. अधिक जानकारी के लिए  नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) या पशुपालन विभाग के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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