Dairy Farming: पशुओं से मिलेगा साफ-सफेद दूध, पशु आहार से लेकर साफ-सफाई तक अपनायें ये खास टिप्स
healthy Milk Production: पशुपालक चाहें तो डेयरी फार्मिंग की स्मार्ट तकनीकों को इस्तेमाल में ले सकते हैं, जिनके जरिये साफ-सफाई से काम करना और दूध दुहाना और भी आसान हो जाता है.
Healthy Milk Production Tips for Farmers & Dairy Animals: भारत में दूध और दूध से बने उत्पादों (Milk Products) की काफी खपत होती है. यही कारण है कि देश में पशुपालन (Animal Husbandry in India) और डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming in India) को काफी प्रोत्साहित किया जा रहा है. एक डेयरी व्यवसाय भी सफल होता है, जब पशुओं के स्वास्थ्य (Dairy Animal Health Care) को कायम रखते हुये साफ-शुद्ध और अच्छी क्वालिटी का दूध उत्पादल लिया जाये, लेकिन कभी-कभी कुछ समस्याओं के कारण सही मात्रा और क्वालिटी में दूध नहीं ले पाते, जिसके कारण नुकसान की संभावना बढ़ जाती है. इस समस्या से निपटने के लिये पशुपालक सिर्फ कुछ सावधानियां और आसान उपायों को अपनाकर बेहतर दूध उत्पादन ले सकते हैं.
बरतें ये सावधानियां (Precaution in Dairy Farming)
पशुओं से साफ-शुद्ध सफेद दूध ना मिलने के पूछे कई कारण होते हैं. इनमें सबसे प्राथमिक समस्या है पशुओं का स्वास्थ्य. अकसर देखा जाता है कि बीमार पशुओं की इम्यूनिटी कम हो जाती है, जिसके कारण उनके दूध से अजीब सी महक आने लगती है. इस दौरान दूध का रंग भी साफ-सफेद नहीं होता. ऐसी स्थिति में बीमार पशुओं की चिकित्सकीय जांच करवायें.
पशुओं का खान-पान (Healthy Nutrition Feed for Dairy Animals)
- पशुओं के इलाज के बाद बनी कमजोरी में पशुओं से दूध ना निकालें, बल्कि उन्हें खाने के लिये संतुलित आहार दें, जिससे कि पशु जल्दी तंदुरुस्त हो सकें.
- पशुओं को सिर्फ हरा चारा न खिलायें बल्कि तिलहनी फसलों की खली के साथ पशु दाना भी पशुओं के संतुलित आहार के साथ जोड़ें.
- बेहतर और साफ दूध उत्पादन के लिये पशुओं को अजोला खिलाने और सरसों का तेल पिलाने की सलाह भी दी जाती है.
दुग्धशाला और पशुओं की साफ-सफाई (Cleanliness in Dairy Farming)
- डेयरी फार्मिंग से जुड़े पशुओं की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें. दुधारु पशुओं को नहलायें-धुलायें और पशुओं से दूध दुहाने से पहले और बाद में थनों की सफाई जरूर करें.
- इस मामले में पशु चिकित्सक प्रमाणित कीटाणु नाशक घोल से थनों को धोने की सलाह देते हैं, जिससे बरसात में लगने वाले थनैला रोग की रोकथाम भी कर सकें.
- पशुओं से दूध दुहाने से पहले पशु बाड़े की रोगाणुनाशक घोल से साफ-सफाई करें. दिन में अलग-अलग समय पशुओं से दूध निकालने से पहले स्वच्छता का ख्याल रखना जरूरी है.
- दूध दुहाने वाले ग्वालों को भी अपनी सेहत और साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिये. पशुओं को दुहाने से पहले नाखुनों को काट लें, अपने हाथ साबुन से धोयें और सिर को ढंककर ही दूध निकालें.
- पशुओं के दूध को लंबे समय तक स्वस्थ बनाये रखने के लिये साफ बर्तनों का इस्तेमाल करें और इन बर्तनों की धुलाई-सफाई ठीक प्रकार करते रहें.
- जिन बर्तनों का इस्तेमाल दूध निकालने के लिये किया जाता है, वे जंग रहित और धातु से निर्मित होने चाहिये, जिससे बर्तनों से दूध में कोई कैमिकल रिएक्शन न हो पाये.
पशुपालक चाहें तो डेयरी फार्मिंग की स्मार्ट तकनीकों (Smart Techniques of Dairy Farming) को इस्तेमाल में ले सकते हैं, जिनके जरिये साफ-सफाई से काम करना और दूध दुहाना (Milk Production) और भी आसान हो जाता है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
इसे भी पढ़ें:-
Animal Husbandry: बीमार होने से पहले पशु देते हैं ये संकेत, ऐसे करें संक्रमित पशुओं की देखभाल
Animal Health Care: अजब-गजब! सरसों के तेल से बढ़ेगा दूध उत्पादन, पशुओं को मिलेंगे ये बेमिसाल फायदे