Nagpuri Buffalo Farming: भारत में पशुपालन और डेयरी फार्मिंग व्यवसाय (Dairy Farming Business) का भविष्य काफी साकार है. पहले ये व्यवसाय सिर्फ गांव तक ही सीमित था, लेकिन अब धीरे-धीरे शहरों में भी लोग दूध और डेयरी बिजनेस शुरू करके अच्छा पैसा कमा रहे हैं. इस काम में भैंस की टॉप देसी नस्लें (Top Buffalo Breeds) भी खूब योगदान दे रही है. वैसे तो भारत में भैंस की कई देसी और हाइब्रिड नस्लें मौजूद है, लेकिन आजकल रिकॉर्ड दूध उत्पादन के जरिये महाराष्ट्र की नागपुरी भैंस (Nagpuri Buffalo) काफी सुर्खियां बटोर रही है.


जानकारी के लिये बता दें कि भैस की नागपुरी प्रजाति एक बेहद सरल स्वभावी होती है, जो बेहद आराम-आराम से चहलकदमी करके कम देखभाल में ही गुजारा कर लेती है, लेकिन दूध उत्पादन के क्षेत्र में भी इसका कोई दमदार प्रतियोगी ढूंढना मुश्किल है.


नागपुरी भैंस
जैसी कि नाम से ही साफ है कि भैंस की ये नस्ल महाराष्ट्र (Nagpuri Buffalo, Maharashtra) राज्य के विदर्भ क्षेत्र से ताल्लुक रखती है. ये बहुमुखी भैंस मौसम की विपरीत परिस्थितियों में भी काफी सकारात्मक व्यवहार रखती है. यह जल भैंस मुख्य रूप से उत्तर भारत और एशियाई इलाकों में ही पाई जाती है, जो अपने आहार (Nagpuri Buffalo Diet) के लिये कई प्रकार के जलीय पौधों का सेवन करके भी गुजारा कर लेती है. नागपुरी से भैंस से बेहतर दूध उत्पादन (Buffalo Milk Production) के लिये हरी घास, और भूसी के साथ-साथ मक्का, जई, मूंगफली, सोयाबीन, गन्ना की खोई, शलजम और कसावा देने की सलाह दी जाती है. 


नागपुरी भैंस की खासियत
जाहिर है कि नागपुरी भैंस एक जल नस्ल है, जो आकार में छोटी और वजन में दूसरी नस्लों के मुकाबले काफी हल्की होती है. 



  • हल्के काले या सलेटी रंग वाली नागपुरी भैंस के चेहरे, पैरों और पूंछ के सिरों पर सफेद रंग धब्बे मौजूद होते हैं.

  • सीधे सपाट और पतले चेहरा और भारी ब्रिस्केट के साथ इनकी गर्दन की लंबाई काफी ज्यादा होती है.

  • जहां मादा नागपुरी भैंस 135 सेमी लंबी होती है. वहीं नागपुरी नस्ल का भैंसा भी 145 सेमी तक लंबाई वाला होता है. 

  • इसके लंबे, सपाट और घुमावदार सींग ही इसे बाकी नस्लों से काफी अलग बनाते हैं. बता दें कि नापुरी भांस की गर्दन कंधों की तरफ पीछे की ओर झुकी हुई होती है. 


नागपुरी भैंस की कीमत
भारत में नागपुरी भैंस (Indian Nagpuri Buffalo) को अरवी, बरारी, चंदा, गणगौरी, गौलाओगन, गाओलवी, गौरानी, पुरंथदी, शाही और वरहदी आदि नामों से भी जानते हैं. भारतीय नस्ल की ये भैंस 286 दिनों के अंदर 1005 लीटर तक दूध (Nagpuri Buffalo Milk)देने की क्षमता रखती है. इसके दूध में 7.7 प्रतिशत तक वसा मौजूद होता है, जो  47º C जलवायु या सूखा की परिस्थितियों में भी बाकी नस्लों के मुकाबले मध्यम स्तर पर दूध उत्पादन  करती है. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


इसे भी पढ़ें:-


Subsidy Offer: गुड न्यूज! ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई के लिये किसानों को मिली 90% सब्सिडी, आप भी उठा सकते हैं फायदा


Subsidy Offer: खेती के साथ फूड प्रोसेसिंग बिजनेस शुरू करने पर 25% तक सब्सिडी, इन किसानों को मिलेगा फायदा