Amla Farming Tips: आंवला मल्टीपरपज फल है. एक तरह से कहें तो यह ऑलराउंडर है. यह बहुत सी जरूरतों में काम आता है. मार्केट में भी आंवले की अच्छी खासी डिमांड है. किसान भी आंवले की खेती काफी करने लगे हैं. भारत के दो राज्यों में आंवला की खूब खेती होती है. आंवले की खेती के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है.पूरी खेती का 35% हिस्सा उत्तर प्रदेश में होता. तो वहीं मध्य प्रदेश में पूरी खेती का 33.48% होता है. इस मामले में मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है. आइए जानते हैं किन-किन चीजों में होती है आंवले की जरूरत. खेती से कैसे हो रही है तगड़ी कमाई.
आंवले की खेती में ध्यान रखें यह बातें
आंवले की कई किस्में होती हैं. इसलिए खेती करते समय यह ध्यान रखना चाहिए. कौन से किस्म के आंवले की कितने पौधे लगाए जा रहे हैं. आंवला में क्रॉस पोलिनेशन होता है. इसलिए ध्यान रहे इसकी जब फसलें लगाई जाएं तो वह 2:2:1 के रेशियो में हो. यानी अलग-अलग किस्म के आंवले इसी मात्रा के अनुसार लगाएं जाएं. इन पौधों को लगाने के बाद ही तुरंत इनकी सिंचाई करनी चाहिए. इसके बाद गर्मियों के मौसम में जरूरत पड़ने पर 7 से 10 दिनों के भीतर इनकी सिंचाई करनी चाहिए. दिसंबर-जनवरी के मौसम में इनकी सिंचाई करने से बचना चाहिए. उस वक्त यह हाइबरनेशन की स्थिति में होते हैं.
होगी लाखों की कमाई
आंवले की मार्केट में खूब डिमांड होती है. इसके अंदर विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है. यह दवाई के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही तेल बनाने में भी आंवले का खूब इस्तेमाल होता है. तो वहीं इसका अचार और इसका मुरब्बा भी बनाया जाता है. इसलिए लोग इसे खूब खरीदने हैं. आंवले का पूरा पेड़ तीन क्विंटल तक फल देता है. इस हिसाब से इससे लाखों की कमाई की जा सकती है.
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