Chicken Consumption: सर्दियों में अंडे और चिकन की डिमांड में काफी बढ़त दर्ज की गई है, लेकिन सप्लाई स्थिर रहने और पोल्ट्री की लागत बढ़ने से अंडे और चिकन के दामों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. हर की तरह इस साल भी तापमान बढ़ती कंपकंपी के साथ ही अंडे-चिकन के दाम आसपान छूने लगते हैं. खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर में नवंबर आते ही चिकन और अंडे की खपत बढ़ जाती है. कई रिपोर्ट से पता चला है कि चिकन की कीमत में 30 से 40 रुपये प्रति पीस का इजाफा हुआ है. वहीं कुछ इलाकों में अंडे की कीमत में भी 4 से 5 रुपये की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है.


इसके पीछे एक वजह यह भी है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ज्यादातर अंडा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और बिहार से आता है. इन इलाकों में कोहरा और शीतलहर जैसी परिस्थितियां देखी जा रही है, जिससे ट्रांसपोर्टेशन में देरी हो रही है. इससे सप्लाई स्लो हुई ही है, डिमांड बढ़ने से कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है.


नमक्कल अंडों की कीमत में भी इजाफा
देश-विदेश में निर्यात होने वाला नमक्कल अंडा भी इन दिनों महंगा बिक रहा है. शुक्रवार को नमक्कल अंडे की कीमत 5.65 रुपये प्रति पीस दर्ज की गई है. इसकी कीमत बढ़ते के पीछे भी कई वजह है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ घरेलू मार्केट में बढ़ती मांग, नमक्कल अंडे की निर्यात में तेजी और नमक्कल अंडा उत्पादन की लागत बढ़ना भी शामिल है.


इन वजहों से अब कीमतों में तेजी देखी जा रही है. बता दें कि पिछले महीने में कतर को नमक्कल अंडे की बड़ी खेप निर्यात हो रही है, हालांकि तमिलनाडु के घरेलू बाजार में अडे की डिमांड नहीं है, क्योंकि थाई महीने यानी सबरीमाला सीजन में अंडे से परहेज रहता है, इसलिए ज्यादातर नमक्कल अंडा विदेश में निर्यात कर दिया जाता है.


यूक्रेन युद्ध के बाद बढ़ी डिमांड, फीफा वर्ल्ड कप ने बढ़ाई सप्लाई
वैसे तमिलनाडु के नमक्कल अंडे का औसत ही निर्यात होता आया है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से खाड़ी देशों ने भारत के नमक्कल अंडे को अपना आहार बना लिया है. दरअसल, ज्यादातर खाड़ी देशों में तुर्की से मंगवाया जाता है, लेकिन वैश्विक हलचलों के कारण निर्यात पर ब्रेक लग गया, जिसके बाद भारत से अंडे की डिमांड होने लगी.


हाल ही में संपन्न हुए फीफा वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय पोल्ट्री किसानों की खूब आमदनी हुई. भारत से करीब 4  करोड़ अंडों की खेप कतर को भेजी गई. इसी के साथ अब भारत ने अंडे का एक नया ग्राहक बन लिया है.


बाजार में आया नया कंपटीशन
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में नमक्कल अंडों की बिक्री में मलेशिया एक नया प्रतियोगी बनकर उभर रहा है. मलेशिया ने कतर को सस्ते दरों पर नमक्कल अंडा दिया है. जहां भारत से यह 5.65 रुपये प्रति पीस की दर से निर्यात हुआ है तो वहीं मलेशिया अपना बिजनेस जमाने के लिए यह अंडा एक रुपये कम यानी 4.65 रुपये प्रति पीस की दर से कतर को दे रहा है. हाल ही में कतर ने भी मलेशिया से 90,000 अंडों का आयात किया है. 


अंडे के सर्टिफिकेशन से मिलेगी मदद
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ते कंपटीशन में शामिल होने के लिए भारतीय पोल्ट्री किसान एक दम तैयार है, लेकिन एपीडा से मिलने वाले अंडे के सर्टिफिकेशन को लेकर अभी रुकावटें आ रही है. जैसे ही एपीडा की तरफ से सर्टीफिकेट जारी हो जाएंगे. वैसे ही कतर के साथ-साथ श्रीलंका और इंडोनेशिया को भी तमिलनाडु के नमक्कल अंडे भेजे जाएंगे.


फिलहाल, काफी हद तक परिस्थितियां पोल्ट्री किसानों के हित में हैं. सालभर में अंडे मांस से होने वाली ज्यादातर कमाई सर्दियों के सीजन में ही मिलती है, इसलिए थोक बाजार में पोल्ट्री किसान और फुटकर बाजार में व्यापारी खूब पैसा कमा रहे हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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