हर फसल के लिए अलग अलग मिलता है पैसा, एक बार बीमा करा लिया तो पछताएंगे नहीं
फसल बीमा अलग-अलग धनराशि निर्धारित है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कराकर कंपनी से पैसा लिया जा सकता है.
Crop Damage: फसल के मामले में यह साल किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा है. पहले सूखा पड़ने की वजह से फसल को प्रॉपर पानी नहीं मिला. उसके बाद इंडिया के कई स्टेट में आई बाढ़ ने फसल को नुकसान पहुंचाया और अब पिछले 4 दिनों से हो रही बारिश ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड समेत अन्य स्टेट में फसलों को बर्बाद कर दिया है. वैसे तो हर सरकार कोशिश कर रही है कि किसानों को फसल का मुआवजा मिल जाए, लेकिन यदि फसली नुकसान को झेल रहे हैं तो थोड़ा सा कदम खुद से उठाकर सरकार से मदद मिल सकती है. फसल बीमा अलग-अलग धनराशि निर्धारित है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा करा कर कंपनी से पैसा लिया जा सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में
धान के लिए मिलता है सबसे ज्यादा पैसा
- धान: 37484
- कपास: 36,282
- बाजरा: 17,639
- मक्का: 18,742
- मूंग: 16,497
यह धनराशि प्रति एकड़ के हिसाब से दी जाती है, लेकिन इसके लिए कंपनी के नॉर्म जरूर पूरे होने चाहिए
अभी करें ऑनलाइन आवेदन
किसानों को एप्लिकेशन फार्म भरना होता है. यह फार्म ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनो तरह से उपलब्ध है. अगर ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो वह पीएम फसल बीमा योजना की वेबसाइट https://pmfby.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. वहीं ऑफलाइन आवेदन के लिए किसान नजदीकी बैंक, को-आपरेटिव सोसायटी या फिर CSC (कामन सर्विस सेंटर) में जाकर एप्लाई कर सकते हैं. किसानों को यह बीमा फसल बुआई के 10 दिनों के अंदर करना होगा. बारिश, बाढ़ या अन्य आपदा से फसल को नुकसान हो तो 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी को सूचना दें. बीमा कंपनी सर्वे कर देखेगी कि आपदा का असर फसल पर कितना पड़ा है. आंकलन के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसकी भरपाई के लिए पैसा आपके खाते में भेज दिया जाएगा.
ये डॉक्यूमेंट हैं जरूरी
- राशन कार्ड
- आधार कार्ड से लिंक बैंक खाता
- एक मान्य पहचान पत्र
- एक पासपोर्ट साइज फोटो
- खेत का खसरा नंबर
- निवास प्रमाण पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड आदि)
- खेत लगान पर है तो खेत मालिक का सहमति पत्र
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