Donkey Milk Benefit: देश में किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए केेंद्र सरकार और राज्य सरकार कदम उठाती रहती है. किसानों की ग्रोथ करने के लिए सरकारोें के स्तर से बीज और उपकरणोें को सब्सिडी दी जाती है. वहीं, किसान अपनी तरह से भी नए नए प्रयोग कर इनकम को बढ़ा रहे हैं. वहीं, किसानों के लिए पशुपालन भी कमाई का बड़ा जरिया बन गया है. आज ऐसे ही पशुपालक के बारे में बताएंगे, जोकि लिक्विड गोल्ड से सालाना लाखों रुपये की कमाई कर रहा है. 


गधी का दूध बेच रहे 5550 रुपये लीटर


गाय, भैंस, उंट, बकरी का दूध आमतौर पर बेचने के बारे में खबरें आती हैं. इनका दूध भी बहुत महंगा नहीं होता है. गधी के दूधे को बेचकर अच्छी कमाई करना एक सपना जैसा होता है. मगर तमिलनाडु में बाबू उलगनाथन वन्नारपेट के सफल कारोबारी है. उन्होंने इसी सपने को साकार कर दिखाया है. गधी के दूध से उन्होंने बड़ा बिजनेस एंपायर खड़ा कर लिया है. वर्ष 2022 में उन्होंने भारत के सबसे बड़े गधों के फार्म द डोंकी पैलेस की स्थापना भी की है. वह कई कॉस्मेटिक कंपनियों को भी गधी के दूध की आपूर्ति कर रहे हैं. इसकी कीमत 5550 रुपये है. डोंकी मिल्क के अलावा डोंकी मिल्क पाउडर, डोंकी मिल्क घी भी बनाते हैं.


ऐसे शुरू किया कारोबार


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाबू उलगनाथन की टीम ने आईसीएआर-राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र में उद्यमिता विकास कार्यक्रम में भागीदारी की. उन्होंने गधे और उनसे की जाने वाली फार्मिंग की जानकारी ली. आईसीएआर-एनआरसीई ने उनको गधा फार्म द डोंकी पैलेस स्थापित करने के लिए प्रेरित किया. 


कारोबार में चुनौतियां भी कम नहीं रहीं


तमिलनाडु में गधों की संख्या बहुत अधिक नहीं है. इसके अलावा दूध देने वाली गधी भी छह महीने तक एक लीटर से कम दूध देती हैं. ऐसे में खुद को गधी के दूध के कारोबार मंे खुद को सफल बनाना उगलनाथन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. 


पाल रहे हैं 5000 गधे


बाबू उलगनाथन अपने पफार्म में 5 हजार गधे पाल रहे हैं. इसके लिए उन्होंने 75 से अधिक फ्रेंचाइजी फार्मों के साथ फ्रैंचाइजी मॉडल के माध्यम से यह पैरवी की है. गधा फार्मिंग को लेकर लोग भी उनसे लगातार संपर्क कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने द डोंकी पैलेस वन हेल्थ- वन सॉल्यूशन- एक संरक्षण, मनोरंजन और अवेयरनेस सेंटर भी स्थापित किए हैं. उनका यह बिजनेस अमेरिका, यूरोप, चीन समेत अन्य देशों जुड़ा हुआ है.  


लिक्विड गोल्ड होता है गधी का दूध


गधी के दूध की कीमत के कारण इसे लिक्विड गोल्ड भी कहा जाता है. यह केवल स्किन के लिए ही लाभकारी नहीं है, बल्कि कई तरह की बीमारियों से लड़ने के भी काम आता है. इसकी अच्छी बात ये है कि इसे कई दिनों तक सेफ रखा जा सकता है, जबकि अन्य पशुओं के दूध जल्दी खराब हो जाते हैं.  


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