Drought Compensation: इस स्टेट में सूखे से बेहाल हुए किसान, अब इतने लाख किसान परिवारों को देगी 3500 रुपये
झारखंड गवर्नमेंट सूखा प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आई है. प्रत्येक परिवार को 3500 रुपये नकद दिए जाएंगे. सरकार के निर्णय से पीड़ित परिवार खुश हैं.
Crop Damage: देश का किसान इस साल सूखे, बाढ़, बारिश से बेहाल हुआ. अब फसलों पर लगने कीट और वायरल अटैक फसलों को तबाह कर रहा है. उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान में बारिश से फसलों को खासा नुकसान हुआ. छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड में किसान सूखे और बाढ़ की मार झेलते रहे. केंद्र सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा से किसानों की आर्थिक मदद कर रही है. वहीं स्टेट गवर्नमेंट भी अपने स्तर से कदम उठा रही हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी किसानों की मदद की है. अब झारखंड सरकार ने सूखे से बेहाल किसानों की मदद के लिए कदम बढ़ाए हैं.
30 लाख पीड़ितों को नकद मिलेंगे 3500 रुपये
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्टेट के 30 लाख प्रभावित किसानों के लिए सूखा राहत देने की घोषणा कर दी है. योजना के तहत प्रत्येक प्रभावित किसान को नकद 3,500 रुपये दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राहत शुरुआती है. उन्हें और अधिक राहत धनराशि दी जाएगी.
केंद्र सरकार से मांगा राहत पैकेज
केंद्र सरकार सूखा, बाढ़, बारिश से पीड़ित लोगों की मदद के लिए स्टेट गवर्नमेंट को फंड देती है. झारखंड सरकार ने भी केंद्र सरकार से सूखा राहत पैकेज की मांग की है. जैसे ही पैकेज केंद्र सरकार की ओर से मिलता है. तुरंत ही लोगों को उपलब्ध करा दिया जाएगा.
झारखंड में 226 प्रखंड सूखाग्रस्त घोषित
झारखंड गवर्नमेंट ने राज्य में सूखे की स्थिति देखने के लिए ग्राउंड लेवल पर सर्वे किया था. सर्वे के बाद पिछले महीने 29 अक्टूबर को राज्य सरकार ने राज्य के कुल 260 प्रखंडों में से 226 को सूखाग्रस्त घोषित किया था. अब स्टेट गवर्नमेंट प्रत्येके परिवार को 3500 रुपये नकद देगी.
बिहार सरकार ने भी की थी 11 जिलों की मदद
बिहार सरकार ने 11 जिलों के 7841 गांवों के प्रत्येक परिवार को 3500 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी. इसके लिए बिहार कैबिनेट ने 500 करोड़ रुपये का बजट बिहार अकास्मिक निधी से निकालने की मंजूरी दी थी. विशेष सहायता पर 600 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.