Dairy Farming:  आज कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन गया है. अब किसान भी खेती के साथ-साथ पशुपालन करके अच्छी-खासी आमदनी ले रहे हैं. पशुपालन सेक्टर में बढ़ते मुनाफे को देख इसे पशुधन नाम दिया गया है. हर सेक्टर की तरह ही पशुधन व्यवसाय से भी मुनाफा लेना आसान है. बस पशुओं की देखभाल, रख-रखाव, पशु आहार और दूध बढ़ाने के तरीकों की सही जानकारी होनी चाहिए. कई बार जानकारी के अभाव में नुकसान भी देखने को मिलता है. तब ही तो पशुपालन मंत्रालय ने पशुपालकों के हित में ई-गोपाला एप्लीकेशन लॉन्च किया है. यह एक पशुपालकों तक सही जानकारी पहुंचाने का डिजिटल माध्यम है. इस एप की मदद से ना सिर्फ पशुओं की उत्पादकता, बल्कि दूध उत्पादन भी बढ़ाया जा सकता है.


क्या-क्या जानकारी मिलेगी
ई-गोपाला एप्लीकेशन के जरिए पशुपालकों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है, जिसमें उच्च कोटि के वीर्य, भ्रूण और पशु की उपलब्धता आदि की डीटेल शामिल है. इन सभी जानकारियों को ध्यान में रखेंगे तो अच्छी नस्ल के पशु खरीदने में मदद मिलेगी, क्योंकि उन्नत नस्ल का पशु ही बेड़े का मुनाफा बढ़ाता है.


इससे पशुपालन सेक्टर का विस्तार करना भी आसान हो जाएगा. इस एप के जरिए पशुओं के लिए सही चारा और आहार तैयार करने की भी जानकारी मौजूद है. इतना ही नहीं, आयुर्वेद और औषधीय पौधों से पशुओं को उपचार की जानकारी भी ई-गोपाला एप पर मिल जाएगी.






किसान-पशुपालकों को क्या लाभ होगा
ई-गोपाला पर मौजूद तकनीकी जानकारी का लाभ लेकर किसान और पशुपालक आत्मनिर्भर बन सकते हैं. इस एप्लीकेशन पर पशुओं के टीकाकरण की तारीख की अपडेट भी जाती है. ये किसानों को पशुओं की खरीद में होने वाले धोखाधड़ी के खिलाफ भी जागरूक करता है. ई-गोपाला एप्लीकेशन को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं.


डेयरी किसान समृद्धि, पशु उत्पादकता, पशु स्वास्थ्य और पशु आहार से जुड़ी तमाम जानकारियां ई-गोपाला मोबाइल एप्लीकेशन पर उपलब्ध है. आसान शब्दों में समझें तो ये मोबाइल एप्लीकेशन पशुपालकों को सही जानकारी मुहैया करवाके दूध उत्पादन और किसानों की आय दोगुना करने में मददगार है.


यदि आपके पास ई-गोपाला एप है तो पशुओं स्वास्थ्य से जुड़ी चिकित्सकीय सलाह के लिए पशुचिकित्सा केंद्रों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह एप पशुपालकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी मुहैया करवाता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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