Commercial Farming of Garlic: भारतीय रसोईयों में लहसुन का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जाता है. आयुर्वेद में लहसुन (Garlic in Ayurveda) को संजीवनी समान बताया गया है, जिससे कई गंभीर बीमारियों और उनकी संभावनाओं को दूर कर सकते हैं. यही कारण है कि इसकी खेती (garlic Cultivation)  भी बड़े पैमाने पर की जाती है. इसकी कंद की मदद से रोपाई का काम करने पर फसल मात्र 5 महीने में ही तैयार हो जाती है, जिसे बेचकर किसान आराम से 10 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं.


कई किसानों ने तो लहसुन की वैज्ञानिक खेती (Scientific Farming of Garlic) करके 1 करोड़ तक की आमदनी ली है. इस तरह की आमदमी के लिये सावधानियों के साथ-साथ खेती की नई तकनीकों पर काम करना जरूरी है.




इस तरह तैयार करें लहसुन के खेत
लहसुन की खेती मानसून सीजन के बाद शुरु की जाती है, जिसके लिये सबसे पहले मिट्टी की जांच करवानी चाहिये. इससे लहसुन की फसल लगाने के लिये मिट्टी की जरूरतों का अंदाजा हो जाता है और उसी हिसाब से संतुलित खाद-उर्वरकों का इस्तेमाल करके अतिरिक्त खर्चा बचा सकते हैं.



  • आमतौर पर सितंबर-अक्टूबर तक बारिश रुक जाती है, जिसके बाद खेतों की गहरी जुताईयां करके मिट्टी को भुरभुरा बनाया जाता है.

  • आखिरी जुताई के समय मिट्टी में गोबर की सड़ी खाद या कंपोस्ट मिलाई जाती है, जिससे मिट्टी के साथ-साथ फसल को भी पोषण मिल सके. 

  • आखिर में गहरी जुताई लगाकर समतलीकरण करते हैं और लहसुन की रोपाई के लिये क्यारियां भी तैयार की जाती है.

  • लहसुन की फसल में अधिक नमी से समस्या खड़ी हो सकती है, इसलिये पहले से ही जल निकासी का प्रबंधन कर लेना चाहिये.


लहसुन के कंदों की रोपाई 
लहसुन की रोपाई करने से पहले उन्नत किस्मों के स्वस्थ कंदों का चुनाव करें, जिससे फसल में कीट-रोगों की संभावना खत्म हो जाये.



  • खेत में 15 सेंटीमीटर की दूरी पर लहसुन के कंदों को मिट्टी में ठीक प्रकार से जमाकर इनकी रोपाई करें.

  • अनुमान के मुताबिक, प्रति हेक्टेयर खेत में लहसुन की 5 क्विंटल कलियां लगा सकते है, जिन्हें पकने में 5  से 6 महीने का समय लगता है.




इस तरह बढेगी पैदावार
लहसुन की खेती करते समय ज्यादा तामझाम नहीं करना पड़ता. बाकी फसलों की तरह फसल में प्रबंधन कार्य करके ही अच्छा उत्पादन ले सकते हैं.



  • लहसुन की पौध निकलते समय खरपतवारों की निगरानी करते रहे और समय-समय पर निराई-गुड़ाई का काम करते रहें, ताकि कंदों का ठीक तरह से विकास हो सके. 

  • इस तरह लहसुन की खेती करने पर मात्र 160 दिनों के अंदर 160 क्विंटल से भी अधिक उत्पादन ले सकते हैं.


खर्च और आमदनी
एक हेक्टेयर खेत में लहसुन उगाने पर 1 लाख रुपये तक का खर्च आ जाता है, जिसमें उन्नत किस्म के कंद, खाद-उर्वरक और देखभाल की लागत शामिल है. 



  • करीब 6 महीने के अंदर लहसुन की फसल को 6 से 8 हजार रुपये प्रति क्विंटल के भाव (Price of Garlic) पर बेच सकते हैं.  

  • अगर किसान को प्रति हेक्टेयर फसल से 160 क्विटल उत्पादन (Garlic Production) भी मिलता है तो आराम से 10-12 लाख तक कमा सकते हैं.




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