Ethanol Production In Haryana: चीनी उत्पादन मामले में भारत बड़ा उत्पादक देश है. गन्ना से जुड़े जितने भी प्रॉडक्ट बनाए जाते हैं. उनमें भी भारत अग्रणी देशों में शुमार है. वहीं, देश की प्रत्येक राज्य सरकार की भी कोशिश रहती है कि किसान भरपूर गन्ने बोए और उनको गन्ना भुगतान का पैमेंट भी समय पर मिल जाए. राज्य सरकार चीनी मिलों का संचालन करती हैं. इन चीनी मिलों में चीनी के अलावा अन्य प्रॉडक्ट का भी उत्पादन किया जाता है. इनमें इथेनॉल भी शामिल है. हरियाणा सरकार इसी को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है. 


हरियाणा में बढ़ा चीनी मिल उत्पादन


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि इस साल 10.75 प्रतिशत चीनी रिकवरी करने के साथ ही साथ शाहबाद मिल ने 7.50 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन बढ़ा है. ये खुद में एक रिकॉर्ड है. यह इकलौता इथेनॉल प्लांट है, जोकि प्रदेश में चल रहा है. 


सभी सहकारी चीनी मिलों में लगेंगे प्लांट


राज्य सरकार इथेनॉल प्लांट को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है. चीनी उत्पादन की क्या स्थिति है? इसका भी मूल्यांकन हर दिन देखा जा रहा है. वहीं, राज्य में 11 सहकारी चीनी मिलें हैं. अब सभी चीनी मिलों में इथेनॉल प्लांट बनाया जाएगा. इससे इथेनॉल का उत्पादन बढ़ेगा. किसानों की इनकम भी बढ़ सकेगी. 


किसानों को 263 करोड़ रुपये का गन्ना पैमेंट


सहकारिता मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार किसानों को गन्ना भुगतान करने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रदेश सरकार हर किसान का भुगतान करेगी. राज्य के 80 प्रतिशत किसानों को 263 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान कर दिया है. जो किसान रह गए हैं. उन्हें भी जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा. राज्य में गन्ना का दाम 372 रुपये प्रति क्विंटल है. वहीं, इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने की कवायद में राज्य सरकार जुटी है. चूंकि इस समय इथेनॉल उत्पादन कम हुआ है, इसलिए अब इसे बढ़ाने के लिए हर चीनी मिल में इथेनॉल प्लांट लगाया जाएगा. 



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