Agriculture Advisory: देश के ज्यादातर इलाकों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 2 से 3 दिन कई राज्यों में कड़ाके ठंड पड़ सकती है. ऐसे में आम जन से लेकर किसानों को सावधान रहने की खास सलाह दी जा रही है. खासतौर पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लिए अगले 2 दिन चुनौतीपूर्ण रह सकते हैं. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, इन राज्यों में कई इलाकों के लिए ओरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. ऐसे में आम जनता से लेकर किसानों को यही सलाह है कि आवश्यकता पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलें. 


इन 5 राज्यों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
डीडी किसान के मौसम खबर पूर्वानुमान के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा के ज्यादातर इलाकों में अगले दो दिन शीतलहर और पाला पड़ने के आसार है. उत्तरी राजस्थान में भी घना कोहरा पड़ने की संभावनाएं जताई गई है. उत्तर प्रदेश में दो दिन कोहरा रहने और दिन के समय तापमान ठंडा रहने की संभावना है.


मध्य प्रदेश के भी ज्यादातर इलाकों में अगले 2 दिन शीतलहर चलने और सुबह-शाम पाला पड़ने की संभावना जताई गई है. देश की राजधानी दिल्ली में अगले दो दिन तापमान में गिरावट रहने का अनुमान है. बिहार में तापमान अपने निचले स्तर पर रहेगा. राज्य के ज्यादातर इलाकों में शीतलहर चलने की भी संभावना है. 


इन राज्यों में बारिश की संभावना
अगले दो दिन के जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, देश के कई इलाकों में पाला और शीतलहर से कड़ाके की ठंड तो कुछ इलाकों में बारिश होने की भी संभावना है. अगले दो दिन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बारिश होने के आसार है.


वहीं तमिलनाडु, पुद्दुचेरी और अंडमान एंव निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों में बादल बरस सकते हैं. इन राज्यों के अलावा, देश के किसी भी इलाके में अगले दो दिन बारिश के आसार नहीं है.


किसानों के लिए सलाह
देश के ज्यादातर इलाकों में अगले दो दिन तापमान अपने न्यूनतम स्तर पर रहेगा. किसानों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि पाला पड़ने से कई फसलों में नुकसान देखा जाता है. सर्दी में पाला पड़ने से फसलों के बचाने के लिए शाम के समय सब्जी गेहूं, मक्का, काबुली चना और सब्जी फसलों में भी हल्की सिंचाई करने की सलाह दी जा रही है. कई सब्जी फसलों में कीट-रोगों का प्रकोप हो सकता है. इसके लिए किसान लगातार निगरानी करते रहें और कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर कीटनाशी और रोगनाशी दवाओं का छिड़काव करना होगा.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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