Dates Farming Tips: भारत में आजकल किस किसी एक ढर्रे पर चलकर ही खेती नहीं कर रहे हैं. अब भारत के किस नई नई फसलों को भी आजमा रहे हैं. और इसके साथ ही वह नए तरीके भी आजमा रहे हैं. किसान अब फलों की भी खूब खेती कर रहे हैं. जिनसे उन्हें खूब मुनाफा हो रहा है. भारत के अलग राज्यों में मौसम के हिसाब से अलग-अलग खेती होती है. राजस्थान में खजूर की खेती से किसानों का जीवन ही बदल गया है. इसके अलावा गुजरात, केरल और तमिलनाडु में किसानों को खजूर की खेती से लाखों का मुनाफा हो रहा है. 


खजूर की खेती से लाखों का मुनाफा


सामान्य तौर पर खजूर की खेती खाड़ी देशों में ज्यादा होती है. दुनिया में ईरान में सबसे ज्यादा खजूर की खेती की जाती है. तो वहीं अब भारत में भी इस खेती की तरफ लोगों का काफी रुझान बढ़ा है. भारत में राजस्थान, गुजरात, केरल और तमिलनाडु इन राज्यों में खजूर की खेती काफी होती है. एक एकड़ में 70 पौधे तक लगाए जा सकते हैं. खजूर का एक पेड़ 70 से 100 किलो तक खजूर देता है. यानी आंकड़ों को देखा जाए तो साल भर में खजूर की खेती तकरीबन 5 हजार किलो तक खजूर पैदा करती है. बाजार में खजूर की काफी डिमांड होती है ऐसे में आसानी से किसान इस खेती से लाखों कमा सकते हैं. एक पेड़ से 50 हजार तक की कमाई हो सकती है.


इस तरह करें खेती


खजूर के पौधे को लगाने का सबसे सही समय जुलाई से लेकर सितंबर के बीच का होता है. यह पौधे किसी भी तरह की मिट्टी में लगाया जा सकते हैं. इन पौधों को लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि खजूर के दो पौधों के बीच की दूरी 8 मीटर से ज्यादा हो. लगने के 3 साल बाद ही खजूर के पौधे फल देने लायक हो जाते हैं. खजूर के पौधों को सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं होती. लेकिन गर्मियों के मौसम में महीने में 15 से 20 दिन पानी देना चाहिए. तो वहीं सर्दियों के मौसम में महीने में एक बार पानी देने से भी काम चल सकता है. 


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