Khareef Crop: उत्तर प्रदेश उत्तराखंड पंजाब हरियाणा और तमिलनाडु राज्य में खरीफ फसलों की खरीद कर रही है. इन राज्यों में किसान मंडियों में अपनी फसल बेचने के लिए पहुंच रहे हैं. अब तक कितनी फसल राज्यों ने खरीदी है और एमएसपी पर कितना पैसा किसानों को मिल चुका है. उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने इसकी एक रिपोर्ट जारी की है.
116761 किसानों को मिला MSP का लाभ
मिनिस्ट्री ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 5 अक्टूबर 2022-23 की खरीफ सीजन में अब तक कुल 1लाख 16हजार 761 किसानों को एमएसपी का लाभ मिला है. राज्य सरकारों ने फसल खरीदने में 2356 करोड़ रुपये किसानों को दिए हैं. वहीं वर्ष 2021-22 में खरीफ सीजन के दौरान ही 1करोड़ 72लाख 89हजार 889 रुपये की एमएसपी मूल्य के साथ 130.87 लाख किसानों को दिए थे.
11.44 लाख टन खरीदे धान
मिनिस्ट्री ने अपने बयान में कहा है कि 2022-23 के खरीफ सीजन के दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु राज्यों में 5 अक्टूबर तक 11.44 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है. वहीं 2021-22 के दौरान इसी सीजन में 5 अक्टूबर तक 882 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गई. इसके अलावा, 24 मार्च से 5 अक्टूबर, 2022 के बीच लगभग 1,225 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न के 43,733 रैक लोड किए गए हैं.
घट सकते हैं खाद के दाम
देश में उर्वरक बनाने वाली कंपनियां फॉस्फोरिक एसिड को 1,000-1,050 डॉलर प्रति टन के भाव पर इम्पोर्ट करने की प्लानिंग कर रही हैं. यह तय कीमत के मुकाबले करीब 40 प्रतिशत कम है. फॉस्फोरिक एसिड का इस्तेमाल डीएपी (DAP) और अन्य एनपीके (NPK) उर्वरकों के उत्पादन में एक अहम कच्चे माल के तौर पर किया जाता है. कृषि क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि सस्ते दर पर आयात होने से खाद सस्ता हो सकता है. इसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा.