Agriculture Scheme: बीहड़ के बंजर इलाकों को हरियाली से भर देंगे किसान, सरकार देगी आर्थिक अनुदान, यहां करें आवेदन
Sustainable Farming: उपजाऊ जमीन पर अच्छी उपज वाली खेती के लिये उत्तर प्रदेश का कृषि विभाग खुद किसानों की मदद करेगा.
Subsidy For Barren Agriculture lands: भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां पर ज्यादातर ग्रामीण आबादी अपने जीवनयापन के लिये खेती-किसानी पर ही निर्भर करती है. यही कारण है कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिये आये दिन योजनाओं से जोड़ने की कोशिश करती है. ऐसी ही एक योजना है पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषक समृद्धि योजना 2022. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को कम खर्च में बेकार बंजर पड़ी जमीन को उपजाऊ बनाने की कमान सौंप रही है.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय कृषक समृद्धि योजना 2022
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी की इस योजना के तहत बंजर जमीन साथ-साथ बीहड़ जैसे दुर्गम इलाकों में खेती करने के लिये किसानों को आर्थिक मदद दी जायेगी. उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण अनुभाग और कृषि विभाग की ओर से आवेदनों में से लाभार्थियों का चुनाव किया जायेगा.
- इसके लिये किसानों की जमीन का सर्वे और जमीन को उपजाऊ बनाने के तरीकों को खोजा जायेगा.
- इस योजना से उन किसानों को भी जोड़ा जायेगा, जो अपने खेतों से ज्यादा पैदावार नहीं ले पाते.
- इस तरह से खाली पड़ी बेकार जमीन को उपजाऊ बनाने के लिये जरूरी उपाय किये जायेंगे.
- इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को 2500 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से आर्थिक सहायता दी जायेगी.
- अनुदान की राशि सीधे लाभार्थी किसान के बैंक खाते में में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी डीवीटी के जरिये भेजी जायेगी.
- इस योजना के जरिये किसान कम खर्च में अच्छी आमदनी कमाने के साथ-साथ बंजर जमीन को भी उपजाऊ खेत में बदल पायेंगे.
- उपजाऊ जमीन पर अच्छी उपज वाली खेती के लिये उत्तर प्रदेश का कृषि विभाग खुद किसानों की मदद करेगा.
- जब जमीन अपनी उपजाऊ शक्ति हासिल कर लेगी, तब उसमें गेहूं, धान और दूसरी नकदी फसलों को उगाया जा सकेगी.
- इससे ग्रामीण क्षेत्रों का विकास तो होगा ही, साथ ही किसानों को अतिरिक्त आमदनी के अवसर भी मिलेंगे.
कौन कर सकता है आवेदन
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना से राज्य का हर किसान जुड़ सकता है, लेकिन फिर भी सरकार ने पात्रता और लाभार्थियों के लिये कुछ सीमायें निर्धारित की है.
- आवेदक किसान को देश का नागरिक होना अनिवार्य है.
- कम पैदावार वाले खेत और बंजर जमीन के मालिक किसान इस योजना का लाभ ले सकेंगे.
- खेत पर मालिकाना हक रखने वाले किसानों को ही इस योजना का लाभ मिलेगा.
- किसानों के पास खेत से जुड़े सभी जरूरी दस्तावेज होने चाहिये.
ये हैं जरूरी दस्तावेज
- किसान का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड की कॉपी
- जमीन के कागज
- खाता खतौनी
- भूमि का नक्शा
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे करें आवदेन
इस योजना से लाभ लेने के लिये किसान उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://upagriculture.com/ से जुड़ सकते हैं. अधिक जानकारी के लिये पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना 2022 की आधिकारिक वेबसाइट https://pdduuksy.icar.gov.in/ पर सर्च कर सकते हैं. अपने नजदीकी जिले में कृषि विभाग के अधिकारी से भी संपर्क करके इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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