Tips of fish farming with Agriculture:भारत की सरकार लगातार किसानों को खेती के साथ दूसरे कृषि कार्य करने के लिये प्रोत्साहित कर रही है. इस विधि को मिश्रित खेत कहते हैं. मिश्रित खेती करने से किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिल जाती है. मिश्रित खेती में खेती के साथ पशुपालन, मुर्गी पालन, मछली पालन और मधुमक्खी पालन करना शामिल है. किसान चाहें तो खेती के साथ मछली पालन भी कर सकते हैं. भारत सरकार ने देश में खेती के साथ-साथ मछलीपालन को बढ़ावा देने के लिये प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की गई है. जिसके तहत तालाब की खुदाई के लिये सरकार किसानों/मछलीपालकों को 60% तक का अनुदान दे रही है.
क्या है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना
देश में किसानों और मछलीपालकों के हितों की रक्षा के लिये भारत सरकार ने इस योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत किसानों/मछलीपालकों को प्रोजक्ट के लिये मछली के बीज से लेकर तालाब की खुदाई के लिये आर्थिक अनुदान देने का प्रावधान है. इस योजना के तहत कम से कम 1 बीघा क्षेत्र में तालाब की खुदाई अनिवार्य है, जिसके लिये सामान्य वर्ग के किसानों/मछलीपालकों को 40% का अनुदान और एससी व एसटी के साथ-साथ महिला किसानों/मछलीपालकों के लिये 60% राशि के अनुदान का प्रावधान है। आर्थिक अनुदान की ये राशि तालाब की खुदाई के बाद ही प्रदान की जाती है.
कैसे करें आवेदन
प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना से आर्थिक सहायता लेने के लिये योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://pmmsy.dof.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
इस पोर्टल पर तालाब की खुदाई करवाने वाले आवेदक भी अपलाई कर सकते हैं. आवेदन के लिये किसानों/मछली पालकों के पास ये जरूरी दस्तावेज जरूर होने चाहिये
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate)
- आवेदक का जाति प्रमाण पत्र (Cast Certificate)
- मोबाइल नंबर (Mobile Number)
- बैंक खाते का विवरण (Bank Details)
- मछली पालन कार्ड (fish farming Card)
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