Agriculture Techniques: खेती में छोटे से छोटा काम में सावधानी बरतकर काफी अच्छे रिजल्ट्स हासिल कर सकते हैं. जैसे बीजों की बुवाई से पहले उनका अंकुरण (Seed Germination) करना भी पौधों के विकास में काफी सहायक साबित होता है. कई बार खेतों में बुवाई के बाद बीजों का सही अंकुरण (Seed Treatment) नहीं हो पाता या कई बार पानी की कमी के कारण ज्यादा बीजों से पौधे नहीं निकल पाते. ऐसी स्थिति में यदि अंकुरित बीजों की बुवाई करेंगे तो किसानों को काफी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं.


वैसे तो बीजों के अंकुरण के लिये सूती कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सस्ती और टिकाऊ विधि से बीजों का अंकुरण करने के लिये पुराने अखबारों की मदद भी ले सकते हैं. इस तकनीक का इस्तेमाल करके सिर्फ 2 से 3 तीन दिन के अंदर बीजों का अंकुरण हो जाता है, जिसके बाद खेतों में बिजाई करके सही समय पर पौधों का विकास और फसलों का उत्पादन (Crop Production)  ले सकते हैं.



यह तरीका अपनायें
अखबार की मदद से बीजों का अंकुरण करने के लिये एक पुराने अखबार को चार बार मोड़कर पानी में डुबायें. इसके लिये टब, ड्रम या सीमेंट की टंकी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अब अखबार को पानी से निकालकर सुखायें और बीजों को धोकर इसी अखबार में बिछा दें. 



  • एक अखबार में 50 से 100 बीज ही रखें और इसे चार बार मोड़कर धागे की मदद से रोल कर दें, ताकि बीज बाहर ना निकलें.

  • इसके बाद अखबार को कुछ समय के लिये पानी में डुबोकर बाहर निकालें और अतिरिक्त पानी निकलने के बाद प्लास्टिक की थैली  में बंद करके किसी ऊंची जगह पर लटका दें

  • इस तरह अखबार के अंदर 2 से 3 दिन में ही बीजों का अंकुरण हो जायेगा, जिसके बाद बीजों को बाहर निकलाकर खेतों में बिजाई कर सकते हैं.

  • इस तकनीक को बड़े पैमाने पर खेती करने के लिये इस्तेमाल होने वाले बीजों के अंकुरण के लिये भी आजमा सकते हैं.


इन बातों का रखें खास ध्यान
खेती के लिये हमेशा उन्नत किस्मों के प्रमाणित बीजों का चयन करें, जिससे अंकुरण, पौधों का विकास और फसलों से सही उत्पादन मिल सके. 



  • हमेशा बुवाई से पहले ही बीजों का निरीक्षण करना चाहिये, जिससे पता लगा सकें कि बीज अंकुरण लायक है भी या नहीं.

  • इसके बाद ही अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का उपचार करके उनका अंकुरण करना चाहिये, जिससे बाद में फसल उत्पादन में कोई समस्या ना आये.




इस तरह करें बीजों का निरीक्षण
बीज खेती लायक हैं भी या नहीं, यह पता लगाना बेहद आसान है. इसके लिये किसान घर बैठे बीजों की जांच कर सकते हैं. इसके लिये सैंपल के तौर पर कुछ बीज लेकर पानी में भिगोकर रख देना चाहिये.
हर फसल का बीज अंकुरण के लिये अलग-अलग समय लेता है. जैसे चना के बीजों को अंकुरिते होने के लिये 7-8 घंटे भिगोना होता है. इसके बाग यदि 80 से 90 प्रतिशत बीजों का अंकुरण हो जाये तो बीजों की बुवाई की जा सकती है.


किसानों को मिलेंगे ये फायदे
बीजों का निरीक्षण या अंकुरण (Seed Germination) करने पर भविष्य में होने वाले कई नुकसानों से किसानों को राहत मिलती है. वैसे तो बाजार में ज्यादातर प्रमाणित बीज (Certified Seeds) ही मिलते है, लेकिन नकली और असली बीजों की पहचान के लिये किसानों को खुद सैंपल खरीदकर जांच (Seed Testing) करनी चाहिये, ताकि कई महीनों की मेहनत खराब ना हो.  


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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