Fenugreek Farming Tips: एक समय था जब भारत में किसान सिर्फ पारंपरिक खेती ही किया करते थे. लेकिन अब धीरे-धीरे माहौल बदल रहा है. किसान अब दूसरी गैर पारंपरिक फसलों की ओर भी जा रहे हैं. जिनमें किसान तरह-तरह के फल तरह-तरह की सब्जियां उगा रहे हैं. इन्हीं में एक फसल है मेथी की, जिसकी खेती कर किसान खूब मुनाफा कमा रहे हैं. मेथी की फसल जल्द मुनाफा देने वाली फसल है. चलिए जानते हैं किस प्रकार से कर सकते हैं मेथी की खेती. 


कैसे करें मेथी की खेती?


मेथी की खेती करना ज्यादा मुश्किल भरा काम नहीं है. सबसे पहले मेथी के बीजों को बुवाई से पहले लगभग 7 से 12 घंटे के लिए पानी में भीगने के लिए छोड़ दें. इसके बाद 4 ग्राम थीरम और 50% कार्बेंडाजिम से रासायनिक उपचार तैयार कर लें. उपचार की प्रक्रिया के 8 घंटे बाद मेथी के बीजों को खेतों में लगा दें. मेथी की खेती के लिए मिट्टी 6 से 7 पीएच मान की सही रहती है. 


इसकी बुवाई के लिए अगस्त सितंबर के महीने सबसे सही रहते हैं. पहाड़ी इलाकों में से जुलाई से लेकर अगस्त तक बोया जा सकता है. मेथी के पौधों को ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती. बीजों को खेलने के लिए नमी की जरूरत होती है इसलिए खेत में नमी का पूरा बंदोबस्त रखते हुए सिंचाई जरूर करते रहें. 


4 महीने बाद कर सकते हैं कटाई


मेथी की फसल तैयार होने में चार से साढ़े चार महीने लेती है. जब इसके पौधों की पत्तियां पीले रंग की हो जाए तब इसकी कटाई की जा सकती है. कटाई के बाद फसल को अच्छे से धूप में सूखा करना भी जरूरी है. मशीन से सूखी हुई फसल के दोनों को अलग कर लिया जाता है. एक हेक्टेयर में लगभग 12 क्विंटल में थी की उपज होती है. इसकी कीमत की बात की जाए तो बाजार में इसका भाव ₹5000 प्रति कुंतल तक मिलता है, ऐसे में मेथी की फसल से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. 


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