Fish Farming: बढ़ेगी मछली पालकों की इनकम...यहां शोधकर्ताओं ने किसानों को दिए इतने हजार बीज
शोधकर्ताओं ने माइलादुथुराई जिले में मछली पालकों की इनकम बढ़ाने के लिए अच्छी प्रजातियों के 10000 बीज दिए हैं. इससे उनकी इनकम में बढ़ोत्तरी होगी. किसान सीधे तौर पर इसका लाभ ले सकेंगे.
Fish Farming In Tamil Nadu: केंद्र और राज्य सरकार किसानों की इनकम बढ़ाने की हर संभव कोशिश कर रही है. इसके लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देश के किसान ले रहे हैं. वहीं मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए भी राज्य सरकार के स्तर से कवायद जारी है. अब विभिन्न संस्थाओं ने किसानों की मदद के लिए ऐसे ही कदम उठाए हैं.इस कदम से किसान अधिक आर्थिक रूप से संपन्न हो सकेंगे.
किसानों को दिए 10000 बीज
एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन और नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक्स रिसोर्सेज के शोधकर्ताओं ने भारत के पूम्पुहार में एक पोर्टेबल मछली हैचरी में कार्प बीज का उत्पादन किया है. शोधकर्ताओं ने कार्प मछलियों के लगभग 10,000 बीज 15 किसानों को दिए हैं. ऐसा इसलिये किया गया है ताकि मछलियों का अधिक उत्पादन हो और उनकी प्रजातियों में सुधार हो सके.
तमिलनाडु के किसानों की समस्या कर रहे हल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (MSSRF) और नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक्स रिसोर्सेज (ICAR-NBFGR) ने साझा तौर पर प्रयास शुरू किया है. इसका मकसद तमिल नाडु के माइलादुथुराई जिले में मछली किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का हल करना है.
अधिक लागत और मृत्यु दर बनी है चुनौती
विशेषज्ञों का कहना है कि मछली पालकों के सामने मुख्य चुनौतियों में से एक अन्य जिलों और राज्यों में हैचरी से मछली के बीज खरीदने में अधिक खर्चा आता है. जो मछलियां खरीदी जाती हैं, उनकी मृत्यु दर भी अधिक होती है. इसे दूर करने के लिए, शोधकर्ताओं ने पूम्पुहार में एक मोबाइल हैचरी शुरू की जो तापमान, दबाव, ऑक्सीजन लेवल मेंटेन करने, लवणता, प्रकाश समेत अन्य सुविधा देता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें- Helpline For Animals: यहां हेल्पलाइन पर नंबर घुमाइए, डॉक्टर पशु के इलाज के लिए तुरंत घर पहुंचेगी, ये है खास प्लान