Flowers Farming: फूल हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते हैं. फूलों को हमारी जिंदगी में तनाव दूर करने का काम भी करते हैं. किसान फूलों की खेती को मुनाफे का सौदा बना सकते हैं. नरगिस के फूल को इंसानों के लिए बेहद फायदेमंद कहा जाता है. इस फूल की खेती करके किसान शानदार कमाई कर सकते हैं.
कब होती है बुवाई
नरगिस के फूल की खेती के लिए दोमट व बलुई मिट्टी अच्छी मानी जाती है. ज्यादा व बेहतर पैदावार के लिए मिट्टी की पीएच वैल्यू 6.5-7.5 के बीच होनी जरूरी है. इसके अलावा इन फूलों की खेती करने के लिए जल निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. इस फूल की बुवाई सितंबर-अक्टूबर माह में होती है. किसान इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इस फूल की बुआई के तुरंत बाद ज्यादा सिंचाई ना करें.
इतना तापमान जरूरी
फूलों की बढ़िया पैदावार के लिए किसान भाई 10 किलो गोबर खाद प्रति वर्ग मीटर के साथ नाइट्रोज, फॉस्फोरस और पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़क दें. नरगिस के फूलों की खेती के लिए 11-17 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर होना जरूरी है.
शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए किया जाता है ये काम
नरगिस के फूलों को काटने के बाद पानी से भरी बाल्टी में रखा जाता है. फूलों की गुच्छों वाली किस्मों को 2 खिले फूल वाली अवस्था में काटना चाहिए. फूलों की शेल्फ लाइफ 7 से 8 दिन की होती है. फूलों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए बाजार में भेजने से पहले इन्हें 25 पीपीएम सिल्वर नाइट्रेट व 6 से 10 प्रतिशत शर्करा के घोल में 2 से 4 घंटे तक रखना चाहिए.
किसानों को फायदा
बता दें कि प्रति हेक्टेयर में औसतन 4 लाख कटे फूल और 8 लाख कंद का उत्पादन आसानी से मिलता है. नरगिस के फूलों की बाजार में बहुत अधिक डिमांड है, जिन्हें बेचकर किसान शानदार कमाई कर सकते हैं.
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