Fruit Export From Rajatshan: भारत कृषि प्रधान देश है. जब जब अर्थव्यवस्था डांवाडोल होती है. मंदी का असर दिखने लगता है. तब गिरती हुई अर्थव्यवस्था का हाथ कृषि ही संभालती का काम करती है. देश के अलग अलग राज्यों में होने वाली फसलों की उपज की एक अलग ही पहचान है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार फसलों की उपज को देश और विदेश में पहचान दिलाने के लिए तमाम कोशिशें करती हैं. राजस्थान में भी कई फल और सब्जियां खासे फेमस है. अब राज्य सरकार ने इनकी धमक विदेश में भी दिखे. इसको लेकर जमीनी स्तर पर भी मेहनत शुरू कर दी है. 


इस तरह किसान सीधे विदेशों से जुड़ेंगे


राजस्थान में नई कवायद राज्य के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग ने की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अधीनस्थों को कहा है कि किसानों को प्रेरित किया जाए कि उनका पंजीकरण कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) में कराया जाए. इसका मकसद होगा कि किसानों के फलों को निर्यात करने के लिए बढ़ावा दिया जाएगा. फल की स्थिति को देखते हुए एपीडा उसे सीधे दुनिया से रूबरू करा सकेगा. 


किन्नू, संतरा, अनार, अमरूद की दिखेगी विदेशों में धमक


एपीडा की प्लानिंग है कि राजस्थान में किन्नू, संतरा, अनार व अमरूद का अधिक उत्पादन होता है. यह खाने में बहुत अधिक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरे हुए होते हैं. इन्हीं फलों को एपीडा के स्तर से विदेशों में प्रमोट किया जाएगा. इससे इन फलों को तो बढ़ावा मिलेगा ही, वहीं किसानों की इनकम भी बढ़ सकेगी.  


निर्यातक देशों की कंडीशन कराएंगे किसान पंजीकरण


राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि जालौर, बाड़मेर, सिरोही और झालावाड़ से एक महीने में 50 किसान पंजीकरण करा सकेंगे. इसके बाद अन्य किसान भी अपना पंजीकरण कराएंगे. वहीं, फलों की गुणवत्ता जांचने के लिए राज्य सरकार ने एक और व्यवस्था की है. इसके तहत निर्यातक देशों की कंडीशन के अनुसार ही किसान का पंजीकरण कराया जाएगा. पंजीकरण कराते समय फसल बुवाई, फ्लोरिंग एवं कटाई के समय फसल की स्थिति का रिकॉर्ड सब भरना होगा. इससे फल की गुणवत्ता की सही जानकारी हो सकेगी. 


किसानों की बढ़ जाएगी इनकम


एपीडा के अधिकारियों का कहना है कि कुछ फसलों के निर्यात में देश में राजस्थान का कुछ भी हिस्सा नहीं है. मसलन देश से 688 करोड़ रुपये का निर्यात होता है. राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि राजस्थान में जो फल, सब्जियां उपजाई जा रही हैं. उनकी सही कीमत राज्य के किसानों को मिल सके. इसी क्रम में राज्य में पैदा होने वाले फलों को एक्सपोर्ट किया जा रहा है. इससे किसानों की इनकम भी बढ़ जाएगी. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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