Garlic Cultivation In India: लहसुन किसानों के लिए पारंपरिक फसलों से अलग हटकर की जाने वाली खेती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किसान इस खेती का सूझबूझ और तकनीक से करते हैं तो ठीक ठाक मुनाफा सालभर में कमा लेते हैं. यह फसल जितनी कमाई में बढ़िया है. उतनी ही सेहत के लिए लाभकारी भी है. आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार, सुबह के समय गर्म पानी के साथ लहसुन के साथ खाने पर हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के काम आता है. गठिया रोग कम होता है.


हार्ट रोग का खतरा कम होता है. लहसुन को आमतौर पर रूटीन में सब्जी में इस्तेमाल करने पर यह पेट की बीमारियों के लिए भी लाभकारी है. कई तरह के कैंसर के खतरे कम हो जाते हैं. इसमें पाया जाने वाला एलिसिन तत्व इसे गुणों की खान बनाता है. लहसुन जब सेहत के लिए इतना फायदेमंद है तो इसके बारे में यह भी जानने की जरूरत है कि यह देश में कितना होता है और कौन से राज्य इसके उत्पादन में टॉप पर हैं. 


देश के 3 राज्यों में ही होता है 85 प्रतिशत उत्पादन


लहसुन की खेती देश के प्रत्येक राज्य में नहीं की जाती है. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, देश के केवल 3 राज्यों में इसका बंपर उत्पादन होता है. इन राज्यों में 85 प्रतिशत तक लहसुन का उत्पादन हो जाता है. इन राज्यों में किसान लहसुन की खेती कर सालाना अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. अब जानने की कोशिश करते हैं कि लसहुन उत्पादन में टॉप पर कौन सा राज्य है?


62 प्रतिशत उत्पादन के साथ ये राज्य टॉप पर


मध्य प्रदेश में लहसुन की बंपर पैदावार की जाती है. यहां का एनवायरमेंट, मिटटी, जल की उपलब्धता लहसुन की खेती के लिए अनुकूल है. इसी कारण यहां बड़े हिस्से में लहसुन की बुवाई की जाती है. बागवानी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, देश के कुल उत्पादन का 62.85 प्रतिशत अकेले मध्य प्रदेश में होता है. अब जानते हैं कि लहसुन उत्पादन में दूसरे और तीसरे नंबर में कौन से राज्य हैं?


राजस्थान, उत्तर प्रदेश.. दूसरे, तीसरे नंबर पर


लहसुन उत्पादन की अधिक पैदावार तो मध्य प्रदेश में होती है. लेकिन राजस्थान इसकी उपज के मामले में दूसरे स्थान पर है. यहां देश के कुल लहसुन उत्पादन का 16.81 प्रतिशत होता है. तीसरे स्थान पर लहसुन की बुवाई उत्तर प्रदेश में की जाती है. यहां लहसुन उत्पादन का 6.57 प्रतिशत उत्पादन होता है. इसके अलावा छिटपुट खेती अन्य राज्यों में की जाती है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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