(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gaushala Management: गौशाला में कैसे होती है गाय की देखभाल, किन-किन सुविधाओं से लैस होनी चाहिये एक आदर्श गौशाला
Cow Farming: लंपी त्वचा रोग जैसी जानलेवा बीमारियों के कारण गायों में दुर्बलता बढ़ती जा रही है. ऐसी स्थिति में एक गौवशों के लिये सभी सुविधाओं से लैस एक आदर्श गौशाला का निर्माण करवाना चाहिये.
Cow Farm Management: भारत में खेती-किसानी के साथ-साथ पशुपालन (Animal Husbandry) भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन चुका है. अब एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) के फायदों को समझते हुये ज्यादातर किसानों ने खेती के साथ-साथ गाय-भैंस पालन शुरू कर दिया है. इससे दूध उत्पादन (Milk Production) के लिये अतिरिक्त आमदनी का इंतजाम भी हो जाता है और पशुओं से खेती के लिये जैविक खाद (Organic Manure) भी मिल जाती है. इसी बीच प्राकृतिक खेती (Natural Farming) और जैविक खेती (Organic Farming) के फायदों को समझते हुये ज्यादातर किसान अब गाय पालन (Cow farming) करने लगे हैं. मगर गाय पालन से भी मुनाफा कमाने के लिये कई बातों का खास ध्यान रखना होता है, जैसे गौवंशों की अच्छी देखभाल, गायों का सही पोषण और उनके लिये बेहतर और आरामदायक आवास (Cow Farm) यानी गौशाला (Gaushala) बनाना.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
पशु विशेषज्ञों की मानें तो भारत में बाकी दुधारु पशुओं की तुलना में गाय का स्थान सबसे ऊपर है. इसका कृषि के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है, इसलिये गौवंशों के लिये साफ, स्वच्छ और हवादार आवास का इंतजाम करना भी आवश्यक है. खासकर लंपी त्वचा रोग जैसी जानलेवा बीमारियों के दौर में गायों में दुर्बलता बढ़ती जा रही है. ऐसी स्थिति में एक गौवशों के लिये सभी सुविधाओं से लैस एक आदर्श गौशाला का निर्माण करवाना चाहिये.
कैसी गौशाला बनायें
- बंद गौशाला
- खुली/हवादार गौशाला
- आधी खुली गौशाला
सही जगह का चुनाव
गौशाला या गाय फार्म बनवाने से पहले ध्यान रखें कि जमीन समतल और थोड़ी ऊंचाई पर हो, जिससे कि बारिश में पानी भरने की समस्या ना रहे और नालियों के सहारे बारिश का पानी और गायों का मल-मूत्र भी गौशाला के बाहर निकल जाये. गायों की सुविधा के लिये गौशाला में थोड़े बड़े दरवाजे, खिड़कियां और शेड भी लगावायें, जिससे बारिश, धूप-ताप और सर्दियों में पाले की समस्या से पशुओं को सुरक्षित रख सकें.
बिजली-पानी का इंतजाम
आधुनिक पशुपालन करने के लिये गाय फार्म या गौशाला में बिजली-पानी का इंतजान भी करें, जिससे डेयरी संबंधित कार्यों के लिये ऑटोमैटिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा सके. इसके अलावा, सुबह-शाम पशुओं को स्वच्छ-साफ पानी पिलाने और नहलाने के लिये जलस्रोत का इंतजाम भी करें. बता दें कि गाय को तनावमुक्त रखने के लिये गौशाला में दिन के समय पंखा और रात के समय रौशनी की सुविधा भी करनी चाहिये.
चारे की सुविधा
गायों के बेहतर स्वास्थ्य और अच्छी मात्रा में दूध उत्पादन के लिये समय पर चारा, दाना, संतुलित पशु आहार भी देना होता है. अकसर बाजार में चारा के दाम आसमान छू रहे होते हैं. ऐसी स्थिति में चारे का स्टोरेज करना भी बेहद जरूरी हो जाता है. इस बीच ध्यान रखें कि पशु चारा को नमी से दूरी, ऊंचाई वाले स्थान पर स्टोर करें, जिससे उसमें कीट-पतगों और नमी के कारण रोगों का खतरा ना रहे. किसान चाहें तो कंबाला मशीन लगातार गायों के लिये ताजा पशु चारा का इंतजाम भी कर सकते हैं.
मिल्क फार्म और खाद की यूनिट
गौवंशों से किसानों को दो जरूरी चीजें मिलती है, जिसमें दूध और गोबर शामिल है. जहां गाय का दूध बाजार में ऊंचे दामों पर बिकता है तो वहीं जैविक खेती के लिये इसके गोबर और गौमूत्र की काफी डिमांड रहती है. ऐसे में अच्छा लाभ कमाने के लिये एक मिल्क फार्म और खाद की यूनिट जरूर बनायें. बता दें कि मिल्क फार्म में दूध के लिये कोल्ड स्टोरेज और प्रसंस्करण यूनिट लगाकर पनीर, खोया और दही जैसे डेयरी उत्पाद भी बना सकते हैं.
गौवंशों की देखभाल
गौशाला या गाय फार्म में गौवंशों की देखभाल के लिये श्रमिक या मजदूर रखें, जिससे समय पर गायों के खान-पान, नहान, सैर-सपाटा, दूध उत्पादन और चिकित्सकीय जांच की जा सके. ध्यान रखें कि गाय फार्म या गौशाला में बीमार गायों के अलग तबेला बनायें, जिससे स्वस्थ पशुओं पर बुरा असर ना जड़े.
- पशु चिकित्सकों से सलाह-मशवरा करते रहें और गायों की चिकित्सा जांच (Cow Health Care) करवायें.
- बारिश, गर्मी और सर्दी से पहले मौसम बदलते समय गायों को रोगरोधी टीके लगवायें, जिससे स्वास्थ्य समस्या ना पैदा हों.
- गायों को हरे चारे के साथ-साथ संतुलित पशु आहार (Animal Fodder) भी खिलायें, क्योंकि इसी पर दूध उत्पादन निर्भर करता है.
- गायों को सिर्फ गौशाला (Gaushala) या गौ फार्म (Cow Farm)तक सीमित ना रखें, बल्कि रोजाना सैर-सपाटे पर ले जायें.
- गायों को गर्मियों में सुबह शाम नहला-धुलाकर रखें, जिससे बीमारियों का खतरा ना रहे.
- सबसे जरूरी बात, गायों को कैद में ना रखें. उनकी नकेल और गले में रस्सी को भी ढीला ही रखें, ताकि शारिरिक कष्ट ना हो.
- बेहतर स्वास्थ्य और दूध उत्पादन (Cow Milk Production) के लिये गाय को भी तनावमुक्त रखना (Cow Farming Tips) चाहिये, इसलिये पशुओं के सामने दुर्व्यवहार ना करें, बल्कि लाड़-दुलार से पालें.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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