Crop Management in Black Turmeric:  काली हल्दी (Black Turmeric) एक औषधीय फसल है, जिसके गुण और कीमत पीली हल्दी (Yellow Turmeric) से कहीं ज्यादा होते हैं. बता दें कि काली हल्दी का इस्तेमाल कैंसर जैसी घातक बीमारियों से लेकर वास्तु शास्त्र में भी किया जाता है. गांव और आदिवासी समाज में ज्यादातर बीमारियां जैसे- खांसी, जुकाम, ठंड और निमोनिया से लेकर बिच्छु, सांप और किसी जहरीले कीड़े के काटने पर काली हल्दी से इलाज किया जाता है. यही कारण है कि कई दवा कंपनियां काली हल्दी की व्यावसायिक खेती (Commercial Farming) करने के लिये किसानों को अच्छा पैसा देती है. इसकी फसल से अच्छा उत्पादन और बंपर कमाई करने के लिये जरूरी है कि फसल की ठीक प्रकार से देखभाल की जाये.


मानसून में बरतें सावधानियां (Precaution in Monsoon)
वैसे तो मानसून के दौरान काली हल्दी की फसल में अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं होती, लेकिन अच्छी पैदावार के लिये खेती में नमी बनाये रखें.



  • काली हल्दी की खेती करके अच्छी क्वालिटी का उत्पादन लेने के लिये फसल में जीवामृत बनाकर डालें.

  • काली हल्दी की फसल में 25-50 दिनों के अंदर 3 निराई-गुड़ाई का काम जरूरी कर लें, जिससे खरपतवार निकाले जा सकें.

  • इस दौरान हर 10-15 दिन में निराई-गुड़ाई करके खरपतवारों के निकाल दें, इससे फसल में ऑक्सीजन का संचार भी बना रहेगा.

  • रोपाई के 2 महीने बाद काली हल्दी के खेत में फसल पर मिट्टी चढ़ाने का काम कर देना चाहिये. 

  • बारिश के दौरान खेत में पानी न भरने दें और जल निकासी की व्यवस्था करें और खेत में नालियां बनवायें.




काली हल्दी का उत्पादन और लाभ( Production and Profit by Black Turmeric)
काली हल्दी अपने आप में गुणों की खान है, इसलिये एक हैक्टेयर खेत में इसकी जैविक खेती (Organic Farming)  करने पर 50-60 क्विंटल कच्ची हल्दी का उत्पादन मिलता है.



  • बाजार में कच्ची हल्दी को सुखाकर बेचा जाता है, जिसकी मात्रा 12-15 क्विंटल रह जाती है. 

  • बाजार में जहां साधारण हल्दी को 100 रुपये किलो की कीमत पर बेचा जाता है तो वहीं काली हल्दी आराम से 500 रुपए के भाव पर बिक जाती है.

  • एक एकड़ खेत में इसकी खेती और सुखाकर बेचने पर 15 क्विंटल उपज से 7.5 लाख रुपए की आमदनी हो जाती है.

  • काली हल्दी से मुनाफे की गणना करने के लिये खेती की लागत जैसे- बीज, खाद, उर्वरक, सिंचाई और मजदूरी में लगे खर्च को अलग कर दें.

  • बता दें काली हल्दी की खेती में कम से कम 2.5 लाख रुपये की लागत आ सकती है, जिसे बेचकर आमदनी में से लागत घटाकर करीब 5 लाख रुपये का शुद्ध लाभ मिल जाता है.  

  • अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर काली हल्दी की खेती (Black Turmeric Cultivation) करने वाले कई किसान इसे 4000 रुपये किलो के भाव पर बेचते हैं.

  • इसकी व्यावसायिक खेती करने पर एक साथ लाखों की कमाई हो जाती है. इतना ही नहीं, काली हल्दी की ऑनलाइन बिक्री से ज्यादा लाभ मिलता है.

  • कई ऑनलाइन वेबसाइट्स पर ऑर्गेनिक काली हल्दी (Organic Black Turmeric) 500 से 5000 रुपए तक की कीमत पर बिक जाती है.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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