Home Gardening Remedies: भारत के बड़े-बड़े महानगरों में भी बागवानी (Home Gardening) चलन बढ़ता जा रहा है. घर में हरियाली फैलाने के साथ-साथ फूलों की महक और रसोई की जरूरतों के लिये छतों और बालकनी में फूल और फलदार पौधे (Terrace Gardening) लगाये जा रहे हैं. यह काम सिर्फ पौधे लगाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि बदलते मौसम में इनकी देखभाल करना भी जरूरी होता है, ताकि कीट-रोगों के प्रकोप से पौधों को बचाया जा सके.


इसके लिये कई लोग कैमिकल पेस्टिसाइड्स (Chemical Pesticides) का प्रयोग करते हैं, जिनसे पौधों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है. कुछ आसान होम रेमेडी (Home Remedies for Gardening) की मदद से बिना नुकासन पहुंचाये पौधों की देखभाल कर सकते हैं.


इस तरह बनायें हर्बल पेस्टिसाइड
वैसे तो नीम ऑइल से बना हर्बल पेस्टिसाइट (Neem Oil Herbal Pesticides) भी पौधों की सेहत के लिये फायदेमंद होता है, जिससे कीट-रोग की समस्या ही नहीं रहती. इसे बाजार से भी खरीद सकते हैं, लेकिन होम गार्डनिंग को किफायती बनाने के लिये रसोई में पड़ी अदरक भी काम आ सकती है. इससे बरसाती कीड़ों का प्रकोप भी नहीं रहेगा और पौधों की इम्यूनिटी भी मजबूत होगी, जिससे पौधों में सड़न-गलन की परेशानी भी नहीं लगेगी.



  • अदरक के हर्बल पेस्टिसाइड (Ginger Herbal Pesticides)  को बनाने के लिये किसी बर्तन या कंटेनर में पानी लें और उसमें अदरक पाउडर के साथ सिरका मिलायें.

  • इस मिश्रण को बनाने के बाद आखिर में हाइड्रोजन पेरॉक्साइड लिक्विड (Hydrogen Peroxide Liquid) डालकर दोबारा घोल बनायें.

  • इस घोल को स्प्रे बोतल में भरकर 5 मिनट के लिये छोड़ दें और पौधों पर इसे छिड़कने से पहले अच्छे से हिला लें.


कहीं भी कर सकते हैं हर्बल स्प्रे
अदरक और सिरके के मिश्रण वाला ये स्प्रे पौधों के साथ-साथ गार्डन की घास पर भी छिड़क सकते हैं, जिससे घास में छिपे बैठे कीट-मकोड़े भी भाग जाते हैं.



  • इसकी मदद से पौधे स्वस्थ रहेंगी ही साथ उनमें ठीक प्रकार बढ़त भी हो सकेगी. 

  • इस स्प्रे को सप्ताह में एक बार इस्तेमाल करने पर बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection in Plants) के आसार खत्म हो जायेंगे और गार्डन फूल और फलों से लद जायेगा.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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