Gir Cow Farming: यहां सरकार के नए कदम से बढ़ेगी पशुपालकों की आय, ये है खास प्लान
राजस्थान में गिर गायों की संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके लिए समझौता किया गया है. इसके तहत मेरठ से सांड का सीमेन लाकर कृत्रिम गर्भाधान किया जा सकेगा.
![Gir Cow Farming: यहां सरकार के नए कदम से बढ़ेगी पशुपालकों की आय, ये है खास प्लान Gir cows in Rajasthan Agreement has been signed to increase the number Gir Cow Farming: यहां सरकार के नए कदम से बढ़ेगी पशुपालकों की आय, ये है खास प्लान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/12/14/ecfcc3e167002d52545d34ea5aa7623b1671018069859455_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Gir Cows In Rajasthan: देश की बड़ी आबादी खेती किसानी पर निर्भर है. किसानां की आय का बड़ा जरिया खेती के अलावा पशुपालन भी होता है. आमतौर पर यही देखा जाता है कि जो लोग खेती किसानी से जुड़े होते हैं. पशु पालन से भी देश के कई हिस्सों में दुग्ध व्यवसाय से अच्छी कमाई कर रहे हैं. गाय की कई प्रजातियां ऐसी हैं, जोकि दुग्ध पालन में अव्वल रहती हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में विभिन्न प्रजातियों की गायों का पालन किया जाता है.
राजस्थान में इस तरह बढ़ेगी गिर गायों की आबादी
राजस्थान में गाय की गिर की नस्ल दुग्ध उत्पादन के लिए बेहतर मानी जाती हैं. गाय की यह प्रजाति 12 लीटर से अधिक दूध देती हैं. जिन राज्यों में गिर प्रजाति का पालन होता है. आमतौर पर स्थानीय लोग गिर गाय का दूध पीना पसंद करते हैं. इसके लिए अब एक और नई कवायद की गई है. राजस्थान में गिर नस्ल की गायों की संख्या में कृत्रिम गर्भाधान तकनीक अपनाई जाएगी. इसके लिए मेरठ से सांड का सीमेन आएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे गिर प्रजाति की गायों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी.
समझौते के तहत की गई कवायद
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर और केंद्रीय गोवंश अनुसंधान संस्थान, मरेठ, यूपी के निदेशक डॉ उमेश सिंह के स्तर से एक ज्ञापन पर समझौता किया गया है. इस समझौते के तहत राजस्थान के टोंक जिले के किसानों को अविकानगर संस्थान की मदद से मरेठ के संस्थान के बढ़िया नस्ल के गिर गाय के सांड का सीमन मिल जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इस तकनीक से गाय की पैदावार बढ़ेगी, उनकी प्रजातियों में सुधार होगा और दुग्ध उत्पादन भी बढ़ेगा
बढ़ जाएगी पशुपालकों की इनकम
इस कदम से पशु पालकों की आय भी बढ़ जाएगी. विशेषज्ञों का कहना है कि गिर अच्छा दुग्ध उत्पादन करती है. नए समझौते से राज्य में गिर गाय की संख्या बढ़ना शुरू हो जाएगी. इससे हर अधिकांश लोग गिर का पालन कर सकेंगे. दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा तो सीधे ही किसानों की आय में भी बढ़ोत्तरी हो जाएगी. वहीं, केंद्र और राज्य सरकारें भी गिर नस्ल की गायों को बढ़ावा देने के लिए प्लानिंग कर रही हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)