तैयार रहें.....इस स्कीम के जरिए 50 लाख से ज्यादा किसानों को रोजगार देने का है प्लान, 50% अनुदान भी मिलेगा
Dairy Business: अगर पशुपालन या डेयरी फार्मिंग के बिजनेस में कुछ नया करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. जल्द सरकार 50 लाख से ज्यादा किसानों को इस बिजनेस के लिए अनुदान देने जा रही है.
National Gokul Mission Scheme: खेती के बाद पशुपालन और डेयरी बिजनेस ने किसानों की आमदगनी को बढ़ाने का काम किया है. डेयरी सेक्टर में लगातार बढ़ते मुनाफे को देख अब शहरों से युवा और प्रोफेशनल इस बिजनेस से जुड़ रहे हैं. दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स की बढ़ती डिमांड ने इस बिजनेस में सफलता के रास्ते खोल दिए हैं. इस बिजनेस से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. अब जल्द ही इस बिजनेस के लिए किसानों को 50% सब्सिडी भी उपलब्ध करवाई जाएगी. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के युवा और किसान अब सरकार की इस स्कीम का लाभ लेकर अपना खुद का बिजनेस चालू कर सकते हैं.
किस तरह का बिजनेस कर सकते हैं
कोरोना महामारी के बाद से ही कृषि और डेयरी सेक्टर में नए स्टार्ट अप और बिजनेस देखने को मिले हैं. इन्हीं प्रयासों के मद्देनजर अब सरकार ने फाइनेंशिल सपोर्ट की तैयारी कर ली है. दूध-डेयरी को बढ़ावा देने वाली राष्ट्रीय गोकुल मिशन स्कीम के तहत गाय, भैंस, सुअर, मुर्गी और बकरी का ब्रीडिंग फार्म खोलने के लिए और साइलेज यूनिट्स बनाने के लिए सरकार 50% सब्सिडी देने जा रही है.
यदि आपके डेयरी या पशुपालन से जुड़े बिजनेस में 50 लाख से लेकर 60 लाख, 1 करोड़ और 4 करोड़ खर्च हुए हैं, तो आपको आधार पैसा सरकार देगी. इससे जुड़े बिजनेस के लिए आप लोन भी ले रहे हैं तो AHIDF Scheme से प्रीमियम पर 3% की छूट भी मिल जाएगी.
आप भी बन सकते हैं आत्मनिर्भर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान बताते हैं कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी सेक्टर में सरकार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 50 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के लिए तैयार है. इस क्षेत्र में खुद का बिजनेस या स्टार्ट अप करने और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय गोकुल मिशन से मिलेगा सीधा फायदा
संजीव बालियान ने बताया कि नेशनल गोकुल मिशन स्कीम के तहत देसी नस्ल की गाय के पालन-पोषण को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी स्कीम के तहत पशुओं के इलाज के लिए सरकार ने अब 4332 से अधिक पशु मेडिकल यूनिट भी खोलने की व्यवस्था की है. युवा, किसान या कोई भी प्रोफेशनल अब मंत्रालय की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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