महाराष्ट्र के किसान भाइयों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. राज्य के 44 लाख किसानों को अप्रैल से अगले पांच साल तक मुफ्त बिजली दी जा रही है. जबकि मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना और सोलर पावर पंप स्कीम से दिन में बिजली की आपूर्ति की जाएगी. इसके साथ ही केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल भी शून्य किया जा रहा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि राज्य सरकार इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करके किसानों और घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी वित्तीय राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्य के पहले 'सोलर विलेज' मान्याचीवाडी का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि सतारा जिले के मान्याचीवाडी गांव ने राज्य का पहला सौर गांव होने का गौरव हासिल किया है. सौर ऊर्जा मुख्य रूप से घरेलू उपभोक्ताओं और किसानों के लिए एक वरदान है. प्रधानमंत्री सूर्य घर निशुल्क बिजली योजना के माध्यम से रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजना के माध्यम से घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य है. साथ ही राज्य सरकार ने उन लोगों के लिए एक सौर फार्म पंप योजना की घोषणा की है और खुली श्रेणी के किसानों को 10 प्रतिशत भुगतान करके साढ़े सात हॉर्स पावर तक के कृषि पंप और सौर पैनल मिलेंगे और अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को 5 मिलेंगे.
नहीं पड़ेगी रात में खेतों में जानें की जरूरत
वहीं, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के माध्यम से घरेलू ग्राहकों को मुफ्त बिजली प्रदान की जा रही है. अगले डेढ़ साल में राज्य में सौर ऊर्जा से 12 हजार मेगावाट बिजली पैदा की जाएगी. यह बिजली किसानों को दिन में दी जाएगी. जिससे किसानों को सिंचाई के लिए रात में खेतों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सौर ऊर्जा में राज्य ने बड़ी बढ़त बना ली है. मान्याचीवाडी गांव में 5 लाख 25 हजार रुपये का बिजली बिल आता था. सोलर ग्राम के कारण यह शून्य हो गया है. अब राज्य के 100 गांवों को 100 प्रतिशत सौर ऊर्जा तक ले जाने का अभियान चल रहा है और इसके लिए गांवों का चयन कर लिया गया है.
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