Flour Price In India: अनाज महंगा न हो. इसको लेकर केंद्र सरकार लगातार कदम उठाती है. देश में गेहूं की कीमतें पिछले काफी समय से बढ़ी हुई हैं. इससे आमजन का रसोई का बजट बिगड़ रहा है. वहीं, केंद्र सरकार पर भी दबाव है कि जल्द से जल्द गेहूं के दामों को नियंत्रण में लाया जाए, ताकि आमजन आर्थिक तौर पर परेशान न हो. केंद्र सरकार की ओर से गेहूं की कीमत नियंत्रण के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. लेकिन वो अभी तक नाकाफी साबित हो रहे हैं. अब एक और बड़ा कदम केंद्र सरकार उठाने जा रही है. 


ओपन मार्केट में उतारा जाएगा 30 लाख टन गेहूं


गेहूं की कीमतों का असर आटे पर पड़ रहा है. पहले गेहूं की कीमत बढ़ी, बाद में आटे की कीमत भी बढ़ती चली गई. लेकिन गेहूं और आटे की कीमत  को राहत देने के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाएगी. आटे पर महंगाई की मार रोकने के लिए केंद्र सरकार खुले बाजार में 30 लाख टन गेहूं जारी करेगी. इसके लिए सरकार की ओर से गठित कमेटी ने भी सहमति दे दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में गेहूं कम है. खपत अधिक होने के कारण गेहूं और आटें की कीमत बढ़ गई हैं. 


FCI ई-ऑक्शन से जारी करेगा गेहूं का स्टॉक


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में गेहूं उतारने की जिम्मेदारी एफसीआई के पास है. ई-ऑक्शन यानि ई-नीलामी के जरिए ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत गेहूं बाजार में उतारा जाएगा. गेहूं का स्टॉक आटा मिलर और देश के बड़े-बड़े थोक खरीदारों को टेंडर के जरिये बेचा जाएगा. केंद्र सरकार की कोशिश है कि बाजार में गेहूं की खपत बढ़ जाएगी तो मांग उतनी अधिक नहीं रहेगी. इससे गेहूं और आटे के दामों में गिरावट देखने को मिल सकती है. 


2350 रुपये प्रति क्विंटल पर दिया जाएगा गेहूं


देश में गेहूं की कीमत कम करने के लिए राज्य के अलावा को-ऑपरेटिव और सरकारी कंपनियों को भी गेहूं दिया जाएगा. केंद्र सरकार के स्तर से केंद्रीय भंडार, एनसीसीएफ और नाफेड को भी गेहूं दिया जाएगा. केंद्र सरकार इन्हें बिना टेंडर के 2350 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं बेचेगी. 


34 से 29 रुपये प्रति किलो आ जाएंगे गेहूं के भाव


केंद्र सरकार किसी भी सूरत में आम लोगों की रसोई तक महंगा आटा नहीं पहुंचाना चाहती है. इसी को लेकर ओएमएस स्कीम में एक नई शर्त लगा दी गई है. शर्त के अनुसार, कंपनी या मिलर सरकार के स्तर से गेहूं खरीदेंगे. वो गेहूं से आटा पीसेंगे और किसी भी हाल में खुदरा दाम 29.50 रुपये से अधिक नहीं रखेंगे. स्पष्ट है कि आमजन को आटा 29.50 रुपये प्रति किलोग्राम मिल जाएगा. मौजूदा समय में आटे के दाम 34 रुपये से अधिक हो गए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार के कदम से आटे की कीमत 30 रुपये से नीचे पहुंच जाएंगी. 


अभी महंगे बिक रहे गेहूं और आटा


आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में आटे के दाम में 18 प्रतिशत और गेहूं के भाव में 14 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. गेहूं का भाव देश में अलग अलग हिस्से में 29 से 41 रुपये तो आटे की कीमत 34 से 45 रुपये किलो तक है. गेहूं भी 3200 से 3300 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है. गेहूं ही खुले में 32 से 33 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है. ऐसे में आटे की कीमत बढ़ी होंगे तो उसमें कुछ भी हैरान करने वाला नहीं है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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