Low-Cost Agriculture Loans: पिछले दिनों बरसी आफत के कारण कई किसान आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. कड़ी मेहनत के बावजूद खरीफ फसलों में भारी नुकसान हुआ है. ऐसे में खेतों की तैयारी से लेकर रबी सीजन की बुवाई (Rabi Crop farming) का बड़ा खर्च उठा पाना किसानों के लिए मुश्किल हो सकता है. किसान अब इस उम्मीद में हैं कि सरकार की तरफ से फसल नुकसान का मुआवजा (Crop Loss Compensation) मिल जाए, लेकिन इस काम में भी देरी के चलते रबी फसलों की बुवाई लेट हो सकती है, जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा.


ऐसी परिस्थितियों में किसानों की आर्थिक सहायता के लिए सरकार और निजी संस्थाओं ने कई योजनाए (Agriculture Loan Scheme) लागू की हैं. इन योजनाओं के तहत किसानों को सस्ती दरों पर कृषि लोन (Agriuclture Loan) उपलब्ध करवाया जाता है. ये कृषि लोन आसानी से जारी कर दिए जाते हैं, जिनका लाभ लेकर किसान आराम से चिंतामुक्त होकर खेती कर सकते हैं. 


किसान क्रेडिट कार्ड योजना


भारत सरकार की ओर से किसानों के हित में चलाई जा रही किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Yojana) के तहत किसानों को 1 लाख 60 हजार रुपये तक का कृषि लोन दिया जाता है. किसान क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा ये है कि केसीसी लोन के साथ-साथ किसान अपनी फसलों का बीमा भी करवा सकते हैं. इस योजना का विस्तार करते हुए अब पशुपालकों और मछली पालक किसानों को भी सस्ती दरों पर लोन उपलब्ध करवाए जाते हैं. हाल में भारत सरकार ने किसानों को 3 लाख तक के अल्पकालिक लोन पर 1.5 % प्रति वर्ष छूट देने का फैसला किया है. इससे किसानों को बड़े आर्थिक संकट से बचाया जा सकता है. 






एसबीआई कृषक उत्थान योजना


स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank Of India) भी लगातार कृषि और किसानों के उत्थान के लिये कार्यरत है. ये संस्था भी किसानों को 20 हजार रुपये की खपत पर किसानों को 1 लाख रुपये का लोन मुहैया करवाती है. सबसे अच्छी बात ये है कि एसबीआई कृषक उत्थान योजना के तहत किसानों को किसी भी तरह की सिक्योरिटी यानी जमानत नहीं रखनी होगी. वहीं समय पर लोन चुका देने पर किसानों को दोबारा भी कृषि लोन की सुविधा दी जा सकती है. 


कृषि स्वर्ण ऋण


कृषि स्वर्ण ऋण के लिए भी किसान एसबीआई की शाखा में जाकर संपर्क कर सकते हैं. इस योजना के तहत किसानों को अधिकतम 50 लाख तक का कृषि लोन उपलब्ध करवाया जाता है. ये लोन लेने के लिए किसान की योग्यता, खेती का रिकॉर्ड, कुछ दस्तावेज आदि देखा जाता है, जिसके बाद कुछ आधिकारिक प्रक्रिया के बाद कृषि स्वर्ण ऋण उपलब्ध करवाया जाता है. देश के बड़े किसानों के लिये कृषि ऋण योजना बड़े ही काम की है.    


भूमि खरीदी योजना


आज भी कई किसान पट्टे पर जमीन लेकर या दूसरे के खेतों में काम करके गुजर-बसर करते हैं. ऐसे ही किसानों के लिये भूमि खरीद योजना चलाई गई है. इसका सबसे ज्यादा फायदा गरीब, खेतिहर मजदूर, छोटे और सीमांत किसानों को मिलता है. ये किसान सस्ती दरों पर लोन लेकर खेती के लिए जमीन खरीद सकते हैं. भूमि खरीद योजना के तहत किसान जिस जमीन को खरीदना चाहता है, उसकी जानकारी देनी होती है. इसके बाद जमीन की कीमत का आकलन करके 85 प्रतिशत तक लोन जारी कर दिया जाता है. इस योजना का लाभ लेने के लिये अपनी नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में संपर्क कर सकते हैं, 


कृषि-क्‍लिनिक और कृषि व्‍यवसाय के लिए लोन


किसानों को खेती के साथ-साथ दूसरे कृषि कार्यों (Krishi Start Up Loan) से भी जोड़ा जा रहा है, ताकि खेती पर पूरी तरह से निर्भरता ना रहे और नुकसान की स्थिति में किसानों को दूसरे व्यवसाय से जोड़कर आर्थिक संकट से बचाया जा सके. इस काम में नाबार्ड संस्था (NABARD) भी किसानों को 20 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन (Personal Loan) और ट्रेन्ड कृषि स्टार्ट अप के लिए 1 करोड़ रुपये तक का सामूहिक लोन मुहैया करवाती है. इस योजना के तहत कृषि व्यवसायी या उधमियों को परियोजना की कुल इकाई लागत पर 36 से 44 फीसदी तक ऋण (Agriculture Loan) उपलब्ध करवाया जाता है.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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