Irrigation Scheme: रबी फसलों का सीजन शुरू हो गया है. किसान रबी की फसलें खेतों में बो रहे हैं. पिछले सीजन में सूखा, बाढ़ और बाद में हुई बारिश ने किसानों को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया. सूखे का संकट लगभग हर साल किसानों को सताता है. देश की अलग अलग स्टेट इस संकट से उबरने के लिए योजना तैयार करती हैं. अब बिहार गवर्नमेंट ने किसानों की मदद के लिए ऐसे ही कदम उठाए हैं. 


173 करोड में हर खेत की होगी सिंचाई
बिहार गवर्नमेंट का फोकस छोटी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करना है. चालू सीजन 2022 23 में हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना के तहत लघु सिंचाई योजना पर काम होगा. इसके लिए गवर्नमेंट ने 173 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इन्हें मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. गवर्नमेंट अफसरों का कहना है कि पूरा होने के बाद 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी. 


6 डिपार्टमेंट के सर्वे के बाद लगी मोहर
बिहार में कितने क्षेत्र में सिंचाई होनी है और कितने बजट की व्यवस्था होगी. जमीन पर इस योजना को कैसे उतारा जाएगा. इसके लिए बिहार गवर्नमेंट ने पहले 6 डिपार्टमेंट से सर्वेक्षण कराया. सर्वेक्षण करने वाले डिपार्टमेंट में जल संसाधन डिपार्टमेंट को नोडल डिपार्टमेंट बनाया गया. अन्य डिपार्टमेंट लघु जल संसाधन, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट, एनर्जी डिपार्टमेंट, पंचायती राज डिपार्टमेंट और रूरल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट को शामिल किया गया. इनकी रिपोर्ट के आधार पर ही बिहार गवर्नमेंट ने कदम उठाया.


1300 सरकारी नलकूप लगेंगे
स्टेट गवर्नमेंट 1300 सरकारी नलकूप लगाने की प्लानिंग कर रही है. मौजूदा समय में स्टेट में 10240 नलकूप हैं. इनमें से लगभग 3800 ठीक हैं. 6440 नलकूप खराब पड़े हैं. इनमें से भी 400 से अधिक नलकूप बेकार हो चुके हैं. वो अब चालू नहीं हो सकते हैं. चालू नलकूपों से करीब 1.14 लाख हेक्टेयर खेती की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो पा रहा है. सरकार की कोशिश है कि स्टेट में करीब 3 लाख हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाए. हालांकि यह आंकड़ा बढ़ सकता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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