Agriculture Subsidy on Date Palm Farming: भारत की केंद्र और राज्य सरकारें किसानों को बागवानी फसलों की खेती (Horticulture Crops Farming) के लिये काफी प्रोत्साहित कर रही है. इस मिशन के तहत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिये कई योजनायें (Agriculture Schemes in India) भी चलाई जा रही हैं. इस बीच हरियाणा की राज्य सरकार भी किसानों को सूखे मेवों की खेती पर 1 लाख 40 हजार तक का अनुदान (Subsidy on Dry Fruit Farming) दे रही है. ये अनुदान सिर्फ खजूर की खेती की खेती (Subsidy on Date Palm Farming) के लिये मान्य है, जो तीन किस्तों में लाभार्थी किसानों तक पहुंचाया जायेगा. 


हरियाणा में खजूर की खेती
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, हरियाणा के दक्षिणी इलाकों में रेतीली मिट्टी पाई जाती है, जो खजूर की खेती (date Palm Cultivation in Haryana) के लिये अनुकूल रहती है. वहीं खजूर के पौधौ के विकास के लिये 30 डिग्री और फल पकने के दौरान 45 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिये, जो दक्षिणी हरियाणा के ज्यादातर इलाकों होता है.



  • बता दें कि हरियाणा के कुछ इलाकों में अधिक लवणीय मिट्टी और खारा पानी मौजूद है, जिसमें गेहूं और सरसों की फसलों की खेती से काफी नुकासन होता.

  • ऐसी स्थिति में खजूर की खेती करके जमीन का सही इस्तेमाल भी होगा और राज्य के किसान अच्छा मुनाफा भी कमा पायेंगे.  

  • राज्य में खजूर उत्पादन को बढ़ावा देने वाले इस मिशन के तहत हरियाणा बागवानी विभाग ने प्रयोग के तौर पर रेवाड़ी जिले के 2 गांवों में खजूर का पौधारोपण भी किया है.


खजूर की खेती के लिये अनुदान
हरियाणा सरकार ने राज्य की मिट्टी, जलवायु और परिस्थितियों को देखते हुये किसानों को आर्थिक अनुदान देने का भी निर्णय लिया है. 



  • इसके तहत किसानों को पहली किस्त के रूप में 80 हजार रूपये और दूसरी-तीसरी किस्त के तौर पर 28 -28 हजार रुपये का अनुदान दिया जायेगा.

  • इस अनुदान का लाभ लेकर हरियाणा के किसान प्रति एकड़ जमीन पर खजूर के 62 पौधों की रोपाई कर सकते हैं.

  • इस मिशन के तहत किसानों को खजूर के पौधे 4000 से 4500 रूपये प्रति पौध के हिसाब से नेशनल हॉर्टिकल्चर लैब की नर्सरी से खरीदने होंगे.


पांच साल में लाखों का मुनाफा
बता दें कि खजूर की खेती (Date Palm Cultivation) के लिये पौधों की 25 फीट की दूरी पर की जाती है, जिसके बाद कम पानी में पौधों का अच्छा विकास हो जाता है. 



  • इसके बाद अगले 5 साल में खजूर के पौधों (Date Palm Plant)  का विकास और फलों के उत्पादन की प्रक्रिया शुरु हो जाती है.

  • इस तरह खजूर का हर पेड़ (Date Palm Tree) पर 70 से 100 किग्रा तक फलों से लद जाता है और प्रति एकड़ से करीब 50 क्विंटल तक खजूर का उत्पादन (Dates Production) ले सकते हैं.

  • इस मिशन के तहत जल्द ही हरियाणा के किसानों से आवदेन मांगे जायेंगे. अधिक जानकारी के लिये हरियाणा बागवानी विभाग (Haryana Horticulture department) की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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