Mukhyamantri PragatiSheel Kisan Samman Yojana: भारत के किसान जी-तोड़ मेहनत करके फसलों को उपजाते हैं, जिसके कि हमारे घरों तक समय पर भोजन पहुंच सके. सरकार भी किसानों की इसी मेहनत और लगन के लिये खूब हौसला अफजाई करती है. खासकर खेती-किसानी में आधुनिक विधियों (Advanced Farming) को अपनाकर बेहतर प्रदर्शन करने किसानों को प्रोत्साहित भी किया जाता है. केंद्र सरकार की तरफ से इस एवज में कई योजनायें और सम्मान कार्यक्रम (Progressive Farmers Award) चलाये जा रहे हैं, लेकिन अब से हरियाणा राज्य सरकार भी बेहतर प्रदर्शन के लिये किसानों की कुशलता के आधार पर अन्नदाताओं को सम्मानित करेगी.
इस काम के लिये हरियाणा राज्य सरकार मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना (Mukhyamantri PragatiSheel Kisan Samman Yojana) की शुरुआत की है, जिससे कि खेती के क्षेत्र में कुछ नया करने वाला प्रगतिशील किसानों के प्रयासों को सराहना मिल सके.
लाखों का पुरस्कार
हरियाणा किसानों के लिये चलाई जा रही मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना 2022 के तहत प्रगतिशील किसानों को जैविक खेती, पानी की बचत, फसल अवशेष प्रबंधन, नई तकनीक, टिकाऊ कृषि, एकीकृत कृषि प्रणालियों के जरिये बेहद प्रदर्शन करने पर 70 से 75 लाख रुपये की धनराशि सम्मान के रूप में दी जायेगी.
- इस योजना के तहत पुरस्कार वितरण के लिये प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के सम्मान के लिये किसानों को क्रमश: 5 लाख, 3 लाख और 1 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा.
- इतना ही नहीं, जिला स्तर पर चयनित प्रगतिशील किसान को भी 50,000 रुपये का सांत्वना पुरस्कार का प्रावधान है.
- बता दें कि किसान सम्मान योजना के तहत प्रथम श्रेणी के अंतर्गत एक किसान का चयन होगा, द्वितीय श्रेणी में 3 किसानों का तृतीय श्रेणी में 5 किसानों का और जिला स्तर पर 4 प्रगतिशील किसान सम्मान के हकदार होंगे.
इन किसानों के पास सुनहरा मौका
मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना 2022 के तहत प्रगतिशील किसानों के चयन के लिये अभी आवेदन की प्रक्रिया शुरु नहीं की गई है, लेकिन हरियाणा राज्य सरकार ने इस काम के लिये योजना की पात्रता निर्धारित की है, जिसके तहत सिर्फ हरियाणा राज्य के किसानों को ही आर्थिक सम्मान दिया जायेगा.
- प्रथम पुरुस्कार के लिये किसान के पास 10 एकड़ से ज्यादा खेती योग्य जमीन होनी चाहिये.
- दूसरे पुरुस्कार के लिये कम से कम 5-10 एकड़ जमीन होना अनिवार्य है.
- तीसरे पुरस्कार के लिये किसान के पास 5 एकड़ खेतीहर जमीन होनी चाहिये.
- जिन किसानों के पास बंजर या बिना खेतीहर जमीन है, उन्हें इस किसान सम्मान योजना से लाभ नहीं मिल पायेगा.
कैसे होगा चयन
हरियाणा किसानों के लिये चलाई जा रही मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना 2022 (Mukhyamantri PragatiSheel Kisan Samman Yojana) के तहत प्रगतिशील किसानों का चुनाव करने के लिये एक कमेठी का गठन किया जाता है. इसमें राज्य स्तर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के महानिदेशक और जिला स्तर पर उपायुक्त की अध्यक्षता अनिवार्य होती है. यही कमेटी राज्य के कोने-कोने से खेती-किसानी के क्षेत्र में कुछ नया या बेहतर प्रदर्शन करने वाले किसानों (Haryana Progressive Farmers Award) को उनकी कुशलता के आधार पर श्रेणियों में विभाजित करती है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
इसे भी पढ़ें:-
Crop Insurance: यहां मिलेगा मानसून में बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा, 100 फीसदी तक होगी नुकसान की भरपाई