Meri Fasal Mera Byora: रबी फसलें अपने पीक पर हैं. जल्द किसान भी कटाई के काम में जुट जाएंगे, इसलिए कई राज्य सरकारों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी फसलों की बिक्री के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया चालू कर दी है. हरियाणा में भी जल्द रबी फसलों की खरीद चालू की जाएगी, लेकिन सरकार को फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य है. यही वजह है कि हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से तीसरी बार पंजीकरण की तारीख बढ़ाई गई है. पहले 31 जनवरी से बढ़ाकर 6 फरवरी डेडलाइन निर्धारित की गई, लेकिन कई जिलों में 50 फीसदी रकबे का भी पंजीकरण नहीं हुआ है, जिसकी वजह से एक बार फिर पंजीकरण की तारीख बढ़ाकर 15 फरवरी तक दी गई है.


कृषि योजनाओं से जुड़ने के लिए पंजीकरण अनिवार्य
हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, रबी फसलों की बिक्री के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है. इसकी तारीख को बढ़ाकर 15 फरवरी कर दिया गया है.


कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ रबी फसल की एमएसपी पर बिक्री के लिए ही पंजीकरण अनिवार्य नहीं है, इस प्रक्रिया के जरिए कृषि योजनाओं का लाभ लेना भी आसान हो जाएगा.सरकार की ओर से किसानों के लिए जारी सब्सिडी का भी लाभ मिलने लगेगा.


सिर्फ 50 फीसदी पंजीकरण हो पाए
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,  जिला पलवल में खेती के 50 फीसदी रकबे का ही पंजीकरण हुआ है. बाकी बचे किसानों ने अपना पंजीकरण नहीं करवाया है. इससे सही दाम पाने में आसानी रहेगी और किसानों को भी फसल बेचने के दौरान परेशानियों  का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.


कहां करवाएं पंजीकरण
यदि आप भी हरियाणा के किसान हैं तो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर स्व-पंजीकरण कर सकते हैं. किसानों को ई-मित्र केंद्र या सीएससी सेंटर पर भी पंजीकरण की सुविधा दी जाती है. अधिकारियों को भी गांव-गांव जाकर किसानों का पंजीकरण करने के निर्देश मिले हैं, ताकि कृषि कार्यों के बीच बाधा उत्पन्न ना हो और काम भी समय से हो जाए.


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