Agri Startup Idea: कृषि के साथ-साथ इनोवेशन का भी एक रिश्ता जुड़ गया है. अब किसान सिर्फ खेती नहीं करते, बल्कि नए तरीके, आधुनिक तकनीकें और मशीनों का इस्तेमाल करके प्रोडक्शन ले रहे हैं. किसानों में छिपी ऐसी प्रतिभा की तलाश में अब हरियाणा सरकार भी निकल पड़ी है. राज्य में एग्री बिजनेस या एग्री स्टार्ट के आइडिया को साझा करने के लिये एक प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है.


यहां किसान, युवा और उद्यमी अपनी कृषि से जुड़े स्टार्ट अप (Agri Startup) या बिजनेस आइडिया (Agri Business Idea) को साझा कर सकते हैं. इसके बाद सबसे अच्छे आइडिया को चुना जाएगा. इस आइडिया को बिजनेस में बदलने के लिए सरकार 25 लाख रुपये का अनुदान और विजेता को ट्रेनिंग भी देगी. ये प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क है, जिसके लिए 31 अक्टूबर 2022 तक आवेदन कर सकते हैं. ध्यान रखें कि बिजनेस या स्टार्ट अप का आइडिया सिर्फ कृषि से ही जुड़ा होना चाहिए. 


यहां करें आवेदन


चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में नाबार्ड व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वित्तीय सहयोग से स्थापित एग्री बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर (Abic) को अपने आइडिया से अवगत कराने के लिए www.hau.ac.in और www.abichauhisar.com पर आवेदन कर सकते हैं. यहां आवेदन करने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा, लेकिन आवेदक को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा.






ध्यान रखने योग्य बातें


हरियाणा सरकार ने बेस्ट एग्री बिजनेस आइडिया को आमंत्रित करने के लिये पात्रता निर्धारित की है, जिसके तहत हरियाणा या हरियाणा के निकटवर्ती राज्य के निवासी ही आवेदन कर सकते हैं. 



  • एग्री बिजनेस आइडिया के चुनाव के बाद लाभार्थी को अनुदान का लाभ लेकर एबिक सेंटर की मदद से हरियाणा में ही एग्री बिजनेस या स्टार्ट अप जमाना होगा.

  • चाहें तो एप्लीकेशन के लिये आइडिया एग्री बायोटेक, बागवानी, जैविक खेती, पशुपालन, मछली पालन, सूक्ष्म सिंचाई, कृषि अभियांत्रिकी, कृषि मशीनीकरण, कम खर्च में अधिक उत्पादन, सप्लाई चेन.

  • मैनेजमेंट, कटाई और कटाई के बाद प्रबंधन, खाद्य प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) से भी संबंधित हो सकता है.


विजेता को मिलेगी ट्रेनिंग


बता दें कि सभी आवेदनों के बाद बेस्ट एग्री बिजनेस को चयन होगा. विजेता को इंक्यूबेशन कमेटी और हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी की आरआईसी कमेटी की ओर से दो महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद विजेता को अनुदान राशि के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के पास भेजा जाएगा. इसके बाद ही स्टार्ट अप या एग्री बिजनेस के लिए 25 लाख तक के फंड उपलब्ध करवाया जाएगा. इसी के साथ-साथ चयनित उम्मीदवार को मार्केटिंग से लेकर नेटवर्किंग, लाइसेंसिंग, ट्रेडमार्क व पेटेंट, तकनीकी व फंडिंग से जुड़ी ट्रेनिंग भी दी जाएगी. 


क्या है पूरी योजना


हरियाणा सरकार अब राज्य में कृषि के विकार-विस्तार से नवाचारों को तवज्जो दे रही है. यही कारण है कि राज्य में एग्री बिजनेस और स्टार्ट अप को बढ़ावा दिया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा में 'पहल-2022' और 'सफल-2022' नाम से दो प्रोग्राम चलाये जा रहे है. इस बीच 'पहल' कार्यक्रम के तहत विजेता को 5 लाख रुपये का अनुदान दिया जायेगा. वहीं 'सफल' प्रोग्राम में सफल होने पर 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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