Sugarcane Price Increased: किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयासरत हैं. ये तब ही मुमकिम है, जब खेती की लागत को कम किया जाए और उपज के सही दाम किसानों को मिलें. इस उद्देश्य के साथ कई योजनाएं भी चलाई जाती हैं. किसानों को समय-समय पर इनपुट अनुदान दिया जाता है. हर सीजन में नए न्यूनतम समर्थन मूल्य भी घोषित किए जाते हैं. राज्य सरकारें भी इसमें अपना योगदान देती हैं. इसी कड़ी में हरियाणा की खट्टर सरकार ने भी किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है.
लंबे समय से किसान गन्ना के रेट बढ़ाने की मांग कर रहे थे, जिस पर अमल करते हुए गन्ना की कीमतों मे 10 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इजाफा किया गया है. अब किसान अपने खेत से निकले गन्ने को 372 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेच पाएंगे.
8 रुपये के बजाए 10 रुपये बढ़ा दिए रेट
हरियाणा सरकार ने गन्ना की कीमतों में 10 रुपये का इजाफा किया है. पिछले सीजन में किसानों से 362 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर गन्ना की खरीद की गई थी, लेकिन अब से किसान 372 रुपये प्रति क्विंटल यानी 10 रुपये एक्सट्रा दाम पर गन्ना बेचकर अच्छी आय ले पाएंगे.
आपको बता दें कि हरियाणा में गन्ना की पेराई पंजाब से कहीं ज्यादा है. गन्ना के नए दाम की जानकारी देते हुए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि काफी समय से किसानों की ओर से गन्ना की कीमतें बढ़ाने की मांग की जा रही थी. इसके लिए विधान सभा में भी स्पेशल कमेटी का गठन किया गया, जिसकी अध्यक्षता हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने की.
कुछ बैठकों में किसान प्रतिनिधियों, साइंटिस्ट, सरकारिता विभाग और प्राइवेट चीनी-गन्ना मिलों से भी बातचीत की गई. इस बातचीत को ध्यान में रखकर कमेटी ने एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें गन्ने की नई कीमतें 8 रुपये और बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल तक करने का सुझाव दिया गया है.
पिछले साल गन्ना के दाम 362 रुपये प्रति क्विंटल थे, लेकिन इस कमेटी के प्रस्ताव पर विचार करने के बाद खट्टर सरकार ने 10 रुपये तक बढ़ाने का फैसला किया है यानी अब से हरियाणा में गन्ना 372 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिकेगा और चीनी मिलों में इसी रेट पर गन्ना की खरीद की जाएगी.
क्यों बढ़ी गन्ना के रेट बढ़ाने की मांग
जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब सरकार ने भी पिछले दिनों गन्ना की कीमतों में इजाफा किया था, जिसके बाद हरियाणा के किसान भी रेट बढ़ाने की मांग करने लगे. जिन्हें पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कृषि मंत्री जेपी दलाल की अध्यक्षता में विधान सभा में एक विशेष कमेटी का भी गठन किया. इस कमेटी ने मुख्यमंत्री खट्टर को अपनी फाइनल रिपोर्ट सौंप दी थी.
हरियाणा सरकार के मुताबिक, राज्य की गन्ना मिलें 5,393 करोड़ के घाटे में हैं. इसके बावजूद पिछले साल भी गन्ना के दाम बढ़ाकर 362 रुपये प्रति क्विंटल किए गए थे और अब इस साल भी सरकार ने 8 रुपये प्रति क्विंटल प्रस्तावित बढ़ोत्तरी के बजाए प्रति क्विंटल पर 10 रुपये का इजाफा किया हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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