Bio Gas Plant: किसानों की बढ़ेगी इनकम! यहां बायोगैस प्लांट के लिए भारी सब्सिडी दे रही सरकार, फटाफट कर दें आवेदन
Gobar Gas: किसान अब खेती के साथ-साथ बायोगैस प्लांट लगाकर भी अतिरिक्त आमदनी कमा सकते हैं. सरकार 1 से 6 घन मीटर के बायोगैस प्लांट की स्थापना के लिए 29,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही हैं.
Bio Gas Slurry: कैमिकल के अंधाधुंध इस्तेमाल से गांव की जमीनें बंजर होती जा रही हैं. मिट्टी अपनी उर्वरता खो रही हैं और फसल उत्पादन भी कम होता जा रहा है. इस समस्या का एक ही समाधान जैविक खेती के तौर पर नजर आता है. गोबर से बनी खाद से ना सिर्फ मिट्टी में जीवांशों की संख्या बढ़ जाती है, बल्कि फसल की उत्पादकता भी बेहतर मिलने लगती है. केंद्र और राज्य सरकारें भी अलग-अलग तरीके से जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है. इसी कड़ी में बायोगैस प्लांट स्थापित करने की भी सलाह दी जाती है. यह किसानों और पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आय का सृजन करने में मददगार है.
इन बायोगैस प्लांट से ना सिर्फ खेती के लिए खाद मिलती है, बल्कि चूल्हा जलाने के लिए ईंधन का भी इंतजान हो जाता है. इस तरह खेती के साथ-साथ रसोई का भी खर्चा बचाया जा सकता है.
अच्छी खबर यह है कि अब बायोगैस प्लांट की स्थापना के लिए किसानों को आर्थिक मदद भी मिल रही है. इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने भी किसानों से आवेदन मांगे हैं.
कितनी मिलेगी सब्सिडी
हरियाणा सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, 1 घन मीटर से लेकर 2-4 घन मीटर, 6 घन मीटर का बायोगैस प्लांट लगाने पर अनुदान दिया जाएगा. सामान्य और एससी-एसटी वर्ग के लिए अनुदान की रकम अलग-अलग निर्धारित की गई है.
- 1 घन मीटर आकार वाले बायोगैस प्लांट की स्थापना के लिए सामान्य वर्ग को 9,800 रुपये और एससी-एसटी वर्ग को 17,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा.
- 2 से 4 घन मीटर आकार वाले बायोगैस प्लांट लगाने वाले सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 14,350 रुपये और एससी-एसटी वर्ग को 22,000 रुपये की मदद मिलेगी.
- 6 घन मीटर आाकर का बायोगैस संयंत्र बनाने की लागत पर सामान्य वर्ग के आवेदकों को 22,740 रुपये और एससी-एसटी वर्ग को 29,250 रुपये अनुदान का प्रावधान है.
कहां करें आवेदन
आप भी किसान या पशुपालक हैं और गोबर के सही निपटारे के लिए बायोगैस प्लांट लगाना चाहते हैं तो अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय या उपायुक्त के कार्यालय में परियोजना अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
- अधिक जानकारी के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग या हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी HAREDA की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी विजिट कर सकते हैं.
- बायोगैस संयंत्र की स्थापना पर सब्सिडी का लाभ लेने के लिए http://biogas.mnre.gov.in पर करें आवेदन मांगे गए हैं.
- किसान चाहें तो ई-मित्र केंद्र या सीएससी सेंटर की मदद से सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
किसानों को बायोगैस संयंत्र लगाने पर सब्सिडी दे रही सरकारhttps://t.co/qIATq6AqZ0 पर करें आवेदन। pic.twitter.com/ZVsAYzMLNU
— MyGovHaryana (@mygovharyana) January 20, 2023
बायोगैस प्लांट लगाने पर क्या फायदा होगा
हमारे ग्रामीण इलाकों में खेती और पशुपालन का काफी चलन है. इन दोनों कामों पर ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था टिकी हुई है. पशुपालन और डेयरी व्यवसाय से काफी मात्रा में गोबर मिलता है, जिसका सही इस्तेमाल किया जाए तो फसलों की पैदावार के साथ आमदनी भी बढ़ा सकते हैं.
इसे ऐसे समझें कि खेतों से पशुओं के लिए चारा मिलता है और चारा खाने के बाद पशुओं से गोबर. ये गोबर दोबारा जैव उर्वरक, वर्मीकंपोस्ट या स्लरी के तौर पर फसलों या चारा उगाने के लिए खाद के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. यह कैमिकल से भी शक्तिशाली जैव उर्वरक का काम करता है. यदि किसान बायोगैस प्लांट लगाएं तो खेती का बड़ा खर्चा बचा सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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