Profitable Farming: स्मार्ट तकनीकों से ऑर्गेनिक फार्मिंग करता है ये किसान...इस स्कीम में आवेदन करने पर मिला सब्सिडी का लाभ
Organic Farming: सोहना जिले के किसान धर्मपाल सैनी ने बागवानी विभाग के सहयोग से काफी तरक्की कर ली है. कुछ समय पहले इन्होंने मल्चिंग, पॉलीहाउस और ड्रिप इरिगेशन से जैविक सब्जियों की खेती शुरू की है.
Advanced Farming: पिछले कुछ साल तक कृषि में उत्पादन बढ़ाने के लिए रसायनों का अंधाधुंध इस्तेमाल हुआ. इस रसायनों ने मिट्टी की उर्वरता को कम किया ही, लोगों की सेहत पर भी बुरा प्रभाव छोड़ा है. जब किसानों में जागरूकता बढ़ी तो जैविक खेती को अपनाने लगे. बाजार में अब जैविक सब्जियों की डिमांड बढ़ती जा रही है. हमारी सरकार भी किसानों को जैविक खेती करने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है. पारंपरिक खेती छोड़कर जैविक सब्जियों की खेती में हाथ आजमाने वाले किसानों में हरियाणा के गुरुग्राम के सोहना गांव के किसान धर्मपाल का नाम भी शामिल है.
सब्जियों की जैविक खेती से मिला असली मुनाफा
हरियाणा के गुरुग्राम जिले के सोहना गांव के किसान धर्मपाल अपने खेत में जैविक सब्जियां उगा रहे हैं. कृषि उपज की उत्पादकता बढ़ाने और लागत को कम करने के लिए नेटहाउस, मल्चिंग और ड्रिप सिंचाई तकनीक को अपनाया है. इस काम के लिए धर्मपाल सिंह ने बागवानी विभाग को क्रेडिट दिया है. धर्मपाल सिंह बताते हैं कि बागवानी विभाग ने इन सही तकनीकों को अपनाने में पूरा तकनीकी और आर्थिक सहयोग किया.
प्रगतिशील किसान धर्मपाल सिंह ने अपनी 3 एकड़ जमीन पर ड्रिप सिंचाई सिस्टम लगाया है. उनका दावा है कि इस तकनीक से सिर्फ 15 प्रतिशत पानी की खपत होती है और फसलों का भी अच्छा उत्पादन मिल जाता है. इससे करीब 85 प्रतिशत पानी की बचत हो रही है. खेत में टपक सिंचाई सिस्टम लगाने के लिए सरकार से उन्होंने 85 प्रतिशत सब्सिडी मिली है.
मल्चिंग खेती से बढ़ा उत्पादन
हरियाणा बागवानी विभाग की एक रिपोर्ट में धर्मपाल सिंह बताते हैं कि मल्चिंग खेती से फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने में खास मदद मिल रही है. उन्होंने मिट्टी और खाद से बैड बनाकर सब्जियों के पौधे लगाए हैं. पानी की बचत के लिए टपक सिंचाई की लाइन भी बिछाई है. मल्चिंग से सबसे बड़ा फायदा यही है कि अनावश्यक खरपतवार पैदा नहीं हौते और मिट्टी में नमी कायम रहती है.
बागवानी फसलों से अच्छा मुनाफा कमाने के बाद धर्मपाल सिंह किसानों को यही सलाह देते हैं कि जो किसान 10-10 एकड़ कृषि भूमि के मालिक हैं, उन्हें कम से कम 2 एकड़ पर बागवानी करनी चाहिए. इससे स्थाई आय का साधन मिल जाएगा. सीजनल और बिना सीजन वाली सब्जियों की बाजार में मांग बढ़ रही है. ऐसे में संरक्षित खेती करने पर किसानों को अच्छा मुनाफा हो सकता है.
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