पीएम मोदी ने किया था खाद बनाने वाली इस कंपनी का उद्घाटन, अब कंपनी ने तोड़ दिए कई रिकॉर्ड
हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड ने दो राष्ट्रीय अवार्ड जीत लिए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस कंपनी का शुभारंभ किया था. अब यही कंपनी हर सप्ताह 4 हजार मीट्रिक यूरिया बना रही है
Agriculture Growth: देश में एग्रीकल्चर क्षेत्र लगातार ग्रोथ कर रहा है. इसके पीछे वजह है, यहां की विभिन्न संस्थाओं द्वारा लगातार मेहनत करना और केंद्र व राज्य सरकारों के स्तर से उन्हें प्रमोट करना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाद बनाने वाली कंपनी का शुभारंभ किया था. अब उसी कंपनी ने दो राष्ट्रीय अवार्ड जीत लिए हैं.
इस कंपनी ने जीते दो अवार्ड
मुंबई में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें स्टील, सीमेंट, केमिकल और फर्टिलाइजर समेत अन्य क्षेत्रों की 225 से ज्यादा कंपनियों ने भागीदारी की थी. इसमें गोरखपुर की खाद कारखाना हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड को कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री ने एक साथ दो अवार्ड जीत लिए हैैं.
इन दो पुरस्कारों से हुआ सम्मान
सीआईआई के 9 वें स्केल अवार्ड में हिंदुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड को सप्लाई चेन एंड लॉजिस्टिक्स एक्सीलेंस और रेसीलेंस एक्सीलेंस इन सप्लाई चैन कैटेगरी में दो अवार्ड दिए गए हैं. सीआईआई की कैटेगिरी में इसे सबसे उत्कृष्ट पुरस्कार के रूप में देखा जाता है. एचयूआरएल कंपनी के पदाधिकारियों का कहना है कि सम्मान मिलना कंपनी के लिए गर्व की बात है.
7 दिसंबर को पीएम मोदी ने किया था शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्लांट का उद्घाटन 7 दिसंबर को 2021 को किया था. शुभारंभ करते समय प्रधानमोदी ने कहा था कि देश में किसान एग्रीकल्चर की ओर रुख कर रहे हैं. कंपनियां उन्हें खाद मुहैया कराकर उनकी जरूरतें पूरी कर रही हैं.
हर दिन 4 हजार मीट्रिक टन यूरिया का प्रोडक्शन
कंपनी में हर दिन 4 हजार मीट्रिक टन यूरिया का प्रोडक्शन हो रहा है. एक साल में ही यह प्लांट अपनी कैपेसिटी से ज्यादा प्रोडक्शन कर रहा है. जबकि कारखाने की प्रोडक्शन कैपेसिटी 3850 मीट्रिक टन है. फरवरी से अब तक प्लांट से चार लाख मीट्रिक टन यूरिया, पूर्वांचल समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में भेज दिया गया है. कारखाने की मशीनें लगाने वाली जापानी कंपनी टोयो ने अब इसे हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) को हैंडओवर कर दिया है. मशीनों के रखरखाव की जिम्मेदारी एचयूआरएल की है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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