Holstein Friesian Cow: कोरोना महामारी के बाद से ही दूध और इससे बने उत्पादों की विश्वव्यापी मांग में काफी इजाफा हुआ है. खासतौर पर गाय के दूध, डेयरी प्रोडक्ट और दूसरे उत्पादों की खपत बढ़ी है. यह गांव में रहने वाले लोगों, किसानों और पशुपालकों के लिए अच्छा अवसर है. अच्छी दूध देने वाली नस्ल की गाय को पालने से अच्छी कमाई हो सकती है. खासतौर पर प्राकृतिक खेती के लिए भी गाय पालन को प्रमोट किया जा रहा है. पिछले काफी समय से अलग-अलग मुद्दों को लेकर गाय चर्चा का विषय बनी हुई है, लेकिन असल सुर्खियां बटोरीं 72 लीटर दूध देने वाली गाय ने.
यह होल्स्टीन फ्रिजियन गाय है, जिसने हरियाणा डेयरी एंड एग्री एक्सपो में 24 घंटे में 72 लीटर से अधिक दूध देकर सभी को चौंका दिया है. कुरुक्षेत्र के दो डेयरी किसान होल्स्टीन फ्रिजियन गाय के मालिक हैं. वही इस गाय को डेयरी एवं एग्री एक्सपो में लेकर पहुंचे, जहां दूध उत्पादन और नस्ल प्रतियोगिता में सर्वाधिक दूध देकर होल्स्टीन फ्रिजियन गाय ने पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया.
72 लीटर दूध देने वाली गाय
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए होल्स्टीन फ्रिजियन गाय के मालिक और कुरुक्षेत्र के डेयरी किसान पोरस मेहला और सम्राट सिंह ने बताया कि उनकी होल्स्टीन फ्रिजियन गाय मात्र 7 साल की है, जिसने 24 घंटे की दूध उत्पादन प्रतियोगिता में 72.390 लीटर दूध देकर सर्वाधित दूध देने वाली गायों को कड़ी टक्कर दी है. इससे पहले साल 2018 में पीडीएफए प्रतियोगिता में होल्स्टीन फ्रिजियन नस्ल की ही गाय ने प्रति दिन 70.400 लीटर दूध देकर नया रिकॉर्ड कायम किया था.
डेयरी किसानों ने जताया आभार
डेयरी किसान ने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि इस प्रतियोगिता में भाग लेकर हमारी गाय ने दूध उत्पादन में नेशनल रिकॉर्ड कायम किया है. हमने पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता में भाग लिया है. इस कंपटीशन में अलग-अलग राज्यों की 30 होल्स्टीन फ्रिजियन गायों ने भाग लिया था, लेकिन सबसे ज्यादा दूध देकर उनकी गाय ने यह खिताब अपने नाम करवा लिया है.
बता दें कि इनाम के तौर पर दोनों डेयरी किसानों को ट्रैक्टर दिया जाएगा. इस उपलब्धि को लेकर डेयरी किसानों ने डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन, हरियाणा की भी सराहना की है, जो राज्य में पशुपालन को डेयरी के कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं.
नौकरी छोड़कर चालू की थी डेयरी फार्मिंग
हरियाणा में आयोजित डेयरी एंड एग्री एक्सपो में सर्वाधित दूध देने वाली होल्स्टीन फ्रिजियन गाय के मालिक पोरस मेहला बताते हैं कि एमबीए की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने गुड़गांव की एक एमएनसी में काम किया था, लेकिन कुछ समय बाद ही नौकरी छोड़कर 40 वर्षीय प्रोफेशनल डेयरी फार्मिंग से जुड़ गया.
पोरस मेहला बताते हैं कि डेयरी फार्मिंग सिर्फ एक बिजनेस नहीं, बल्कि पशुओं प्रेमियों के लिए पैशन के समान है. वहीं सहयोगी डेयरी किसान सम्राट सिंह बताते हैं कि वो खुद को अपने डेयरी फार्म की निगरानी करते ही है, लेकिन बेहतर संचालन के लिए 10 से 12 लोग भी अलग-अलग शिफ्ट में मवेशियों की देखभाल करते हैं.
इनके डेयरी फार्म में 200 होल्स्टीन फ्रिजियन गाय और जर्सी गाय हैं, जिनकी देखभाल का सिलसिला सुबह 4 बजे से शाम को 7 बजे तक रेगुलर चलता रहता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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