Lumpy Animal Disease: होम्योपैथी में भी है लंपी संक्रमण का चमत्कारी इलाज, इस दवा से तुरंत ठीक हो जाते हैं पशु
Lumpy Skin Disease: इसे एक कारगर होम्योपैथी दवा के रूप में नामित किया गया है, जो लंपी त्वचा रोगों के साथ-साथ दूसरे वायरल संक्रमणों की रोकथाम करके पशुओं की रोग प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाती है.
Homeopathy Medicine for Lumpy Skin Disease: भारत के 6 राज्यों में लंपी त्वचा रोग (Lumpy Skin Disease) पशुओं में कहर बरपा रहा है, जिसके कारण रोजाना सैंकड़ों पशु अपनी जान खोते जा रहे हैं. ये रोग इतना तेजी से फैल रहा है कि इसके खतरों को दखते हुये दूध उत्पादक कंपनियां(Milk Producer Companies), पशुपालक(Animal Farmers) और डेयरी व्यवसाय (Dairy Farmers) से जुड़े लोग चिंताओं में जी रहे हैं. वैसे तो इस घातक बीमारी के लिये वैज्ञानिकों ने स्वदेशी वैक्सीन (Lumpy Skin Disease Vaccine) का आविष्कार कर लिया है, लेकिन हमारे बीच में लंपी त्वचा रोग का इलाज पहले से ही मौजूद हैं.
दरसअल, एक होम्योपैथी कंपनियों ने लंपी त्वचा रोग के उपचार का दावा किया है, जिससे इस खरपतनाक बीमारी और इसके लक्षणों पर काबू पा सकते हैं.
ये है लंपी रोग की होम्योपैथी दवा
दरसअल गोएल वेट की होमियोनेस्टगोल्ड एलएसडी 25 कैट को एक ऐसी दवा के रूप में नामित किया गया है, जो लंपी त्वचा रोगों के साथ-साथ दूसरे वायरल संक्रमणों की रोकथाम करती है.
- इसके सेवन से पशुओं को रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होती है, जिसके कारण इसे एक कारगर इलाज माना जा रहा है.
- संक्रमित पशुओं को 10 से 15 तक ये दवा पिलाने और घाव पर मेरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे करने पर पशुओं के घाव में पस भर जाता है और घाव जल्दी ठीक होने लगते हैं.
- यह दवा होम्योपैथीक पशु औषधि उत्पाद बानने वाली वेटरनरी कंपनी गोयल वैट फार्मा प्रा. लि. का ही साइंटिफिक प्रॉडक्ट है
- ये फॉर्मुला की जांच-परख खुद पशु चिकित्सकों ने की और पिछले 40 सालों से पशुओं की बीमारी में प्रयोग की जा रही है.
इस तरह करें इस्तेमाल
लंपी संक्रमण से ग्रस्त पशुओं (Lumpy Skin Disease in India) में इस दवा का काफी प्रभावी असर देखा गया है. इस दवा को खुराक के रूप में पशुओं की जीभ पर डाल सकते हैं.
- पशुपालक चाहें तो बीमार पशुओं की जीभ पर इस दवा को रगड़कर या पानी के साथ इसका सेवन करवा सकते हैं.
- पशुओं को गुड़, रोटी या ब्रेड के साथ भी ये दवा या टेबलेट या बोलस मिलाकर पशुओं को खिला सकते हैं
- चाहें तो मेरीगोल्ड एंटीसेप्टिक स्प्रे (Marigold Antiseptic spray) को घाव पर छिड़क सकते हैं, जिससे पशुओं को काफी आराम मिलेगा.
- इसके अलावा दवा को पीने में घोलकर 5 मिली. की सीरिंज में भर लें और पशुओं के मुंह और नाथुनों पर भी स्प्रे (Spray Medicine on Tung & Cattles Mouth) कर सकते हैं, जिससे पशु इसे चाट लें और दवा के असर से जल्दी ठीक हो जाते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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