Honey Production: 5 साल में 10 गुना बढ़ जाएगा शहद उत्पादन, इस राज्य में किसानों की भी होगी बंपर कमाई
मधुमक्खी पालन मुनाफे की खेती है. जम्मू कश्मीर में इसी दिशा में किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए कदम उठाए हैं. राज्य सरकार नई परियोजना में 47 करोड़ रुपये निवेश करेगी.
Honey Production In Jammu And Kashmir: देश में खेती बाड़ी कर किसान अपनी जीवन चलाते हैं. कई बार आपदा आने, कीट रोग लगने या फिर आवारा पशुओं के कारण नुकसान भी होता है. राज्य सरकार भी किसानों को आर्थिक तरीके से सहयोग करती हैं. इसके अलावा नई-नई तकनीक से किसानों को रुबरु कराते हैं. इसके अलावा खेती में अन्य ऑप्शन आजमाकर भी किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. मधुमक्खी पालन भी फार्मिंग मानी जाती हैं. जिसमें बेहद सीमित बजट में मोटा मुनाफा है. साल दर साल कमाई भी गुना हो जाती है. देश के एक राज्य ने शहद उत्पादन बढ़ावा देने को लेकर बड़ा कदम उठाया है.
जम्मू कश्मीर में शहद उत्पादन परियोजना को मंजूरी
जम्मू कश्मीर में कृषि क्षेत्र में शहद उत्पादन से जुड़ी किसी बड़ी परियोजना की मंजूरी का इंतजार किसान काफी समय से कर रहे थे. अब राज्य सरकार ने ऐसी ही खास परियोजना को मंजूरी दे दी हैं. इस परियोजना पर अगले तीन सालों में 47 करोड़ रुपये तक का निवेश किया जाएगा. यह निवेश किसानों के हित को ध्यान में रखकर होगा.
10 सालों में 682 करोड़ तक हो जाएगा शहद उत्पादन
राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि परियाजना से राज्य में शहद उत्पादन को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. अभी वार्षिक उत्पादन 69 करोड़ रुपये हैं. यह अगले 10 सालों में 682 करोड़ रुपये तक का होने का अनुमान हैं. इससे किसानों की इनकम में भी खासी बढ़ोत्तरी होगी. देश के कई राज्यों में किसान मधुमक्खी पालन करते हैं. शहद उत्पादन से उन्हें ठीक ठाक मुनाफा होता है.
8122 लोगों को मिलेगा रोजगार
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, योजना के तहत लोगों को रोजगार भी मिलेगा. परियोजना से 8,122 लोगों को रोजगार मिल सकेगा. निजी क्षेत्र के 82 उद्यमों का निर्माण भी होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि जम्मू कश्मीर क्षेत्र में काफी संख्या में किसान मधुमक्खी पालन करते हैं. उनक कमाई अच्छी हो रही है. इससे आर्थिक स्थिति सुधर रही है. इसी कारण केंद्र सरकार ने राज्य में शहद उत्पादन की दिशा में कदम बढ़ाए हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.