Identification of Pesticide: खेती-किसानी में नफा-नुकसान की संभावना सबसे ज्यादा रहती है. खासकर जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के कारण फसलों में कीट-पतंग, खरपतवार और बीमारियों की संभावना काफी बढ़ जाती है. ऐसी स्थिति में किसानों के पास फसलों को सुरक्षा (Crop Management) प्रदान करने के लिये सिर्फ कीटनाशकों (Pesticide Spray) का ही विकल्प होता है. शुरुआत में सभी किसान जैविक कीटनाशकों (Organic Pesticides) का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन फसलों पर कीट-रोगों का प्रकोप बढ़ने पर किसान रासायानिक कीटनाशकों (Chemical Pesticides) का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.


रासायनिक कीटनाशकों (Side Effects of Chemical Pesticides) के कारण मिट्टी की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है, भूजल स्तर गिर जाता है और फसलों की उत्पादकता भी प्रभावित होती है, लेकिन हर कीटनाशक के इतने ज्यादा हानिकारक प्रभाव नहीं होते, इसलिये किसानों को कीटनाशकों के हानिकारक प्रभावों या उनकी तासीर की पहचान के लिये उनका रंग देखना चाहिये. दरसअल, रासायनिक कीटनाशकों की बोतल और पैकेट पर रंग छपे होते हैं, जिससे कीटनाशक की पहचान (Identification of Pesticides Harm) होती है. 




लाल रंग 
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, लाल रंग का कीटनाशक सबसे तेज जहर की निशानी है. यदि कीटनाशक की पैकेट या बोतल पर लाल रंग का निशान छपा है तो समझ जायें कि सबसे तेज और खतरनाक कीटनाशक है. फसलों पर छिड़काव के लिये 1.50 मिली ग्राम मात्रा ही काफी होती है. बता दें कि जहर की तेजी मापने वाले पैमाने ये सबसे कीटनाशक तेज से क्रिया करता है.


पीला रंग
खतरनाक कीटनाशकों की गिनती में लाल रंग के कीटनाशक के बाद पीले रंग वाले कीटनाशक का नंबर लगता है. बता दें कि ये दूसरे सबसे घातक कीटनाशक होते हैं, जिनका इस्तेमाल पैकेट पर लिखी विधि और मात्रा के अनुसार ही करना चाहिये. इसके बावजूद विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही फसलों पर कीटनाशकों का प्रयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिये.


नीला रंग 
यदि कीटनाशक के पैकेट या बोतल पर नीले रंग का निशान या अलर्ट हो, तब समझ जाये कि ये मध्यम कैमिकल वाला कीटनाशक है, जो लाल और पीले रंग के कीटनाशकों के मुकाबले कम खतरनाक होता है. इन सभी कीटनाशकों को जानवर या इंसान की पहुंच से दूर ही रखना चाहिये.


हरा रंग 
हरे रंग के निशान या हरी पैकिंग में कीटनाशक (Green Pesticides) सबसे कम तेजी का मात्रक होता है. इस कीटनाशक में सबसे कम खतरनाक कैमिकल होता है. विशेषज्ञों की मानें को रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल बीमारी और फसलों की जरूरत के मुताबिक ही करना चाहिये. यदि सही मानकों के आधार पर कीटनाशकों का इस्तेमाल (Chemical Pesticide Spray) नहीं किया जायेगा तो ये फसलों के साथ-साथ इंसानों के लिये भी घातक (Harms of Chemical Pesticides) साबित हो सकते हैं.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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