ऐसे उगाया जाता है दुनिया का सबसे महंगा आम, लाखों में बिकता है एक किलो
मियाजाकी आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में ही उगाए जाते हैं. आपको बता दें मियाजाकी शहर जापान के दक्षिणी भाग में स्थित है और यह अपनी गर्म और धूप वाली जलवायु के लिए जाना जाता है.
आम फलों का राजा है, इसका स्वाद सबको इतना पसंद है कि गर्मियों में इससे कई तरह के पकवान बना दिए जाते हैं. उत्तर भारत में कई तरह के आम उगाए जाते हैं, लेकिन दशहरी, लंगड़ा और चौसा जैसे आम सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. हालांकि, आज जिस आम की बात हम कर रहे हैं, उसकी कीमत सुन कर आपका दिमाग चकरा जाएगा. आप सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर इतना महंगा आम कोई खा कैसे सकता है. दरअसल, हम आज जिस आम की बात कर रहे हैं उसे कहते हैं मियाजाकी (miyazaki mango) और इसकी कीमत इस वक्त बाजार में 2.70 लाख रुपये पर किलो है. तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर इस आम को उगाते कैसे हैं और क्या ये भारत में कहीं भी उगाया जा सकता है?
कैसे उगाया जाता है मियाजाकी आम?
मियाजाकी आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में ही उगाए जाते हैं. आपको बता दें मियाज़ाकी शहर जापान के दक्षिणी भाग में स्थित है और यह अपनी गर्म और धूप वाली जलवायु के लिए जाना जाता है. यहां का मौसम इस आम के लिए बिल्कुल अनुकूल होता है, इसीलिए ये सिर्फ यहीं मुख्य रूप से उगाए जाते हैं. यहां इसे सूर्य का अंडा भी कहते हैं, क्योंकि सूरज की तेज धूप और हल्की बारिश में यह पक कर एक दम बैंगनी रंग का हो जाता है. यह आम अप्रैल से अगस्त के बीच ही यहां उगता है.
क्या भारत में भी इस आम को उगा सकते हैं?
भारत एक ऐसा देश है जहां हर तरह की जलवायु आपको देखने को मिल जाएगी. इसलिए दुनिया की कोई भी फसल आप भारत के किसी ना किसी हिस्से में उगा सकते हैं. हालांकि, मियाजाकी वाला मामला थोड़ा अलग है. लेकिन इसके बावजूद भी भारतीय लोगों ने भारत में मियाजाकी आम को उगाकर कमाल कर दिया है. इंडिया टुडे पर छपी एक खबर के अनुसार, झारखंड के जामताड़ा में रहने वाले अरिंदम और उनके भाई अनिमेष चक्रवर्ती ने ये कमाल कर दिया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने अपने गांव में इस 2.70 लाख रुपये किलो वाले आम उगा दिए हैं.
ये सिर्फ अकेले किसान नहीं हैं, जिन्होंने मियाजाकी को उगाया है. मध्य प्रदेश के जबलपुर के चरगंवा रोड पर संकल्प परिहार के बगीचे में भी मियाजाकी के पेड़ हैं. वहां भी ये अनोखे आम हर साल पेड़ों में लगते हैं. हालांकि, उनकी सुरक्षा के लिए संकल्प परिहार ने सिक्योरिटी गार्ड और लगभग 12 विदेशी नस्ल के कुत्तों को बाग में तैनात कर रखा है.
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