Poultry Farm Big Eggs: दुनियाभर में अंडे की डिमांड बढ़ती जा रही है. अब लोग प्रोटीन के सप्लीमेंट खाने के बजाए साफ-सीधे तौर पर अंडे का सेवन कर रहे हैं. सर्दियों में तो अंडे की खपत और भी बढ़ जाती है. ये पोल्ट्री बिजनेस को बढ़ाने के लिए अच्छा संकेत होता है. किसान चाहें तो पोल्ट्री में मुर्गियां बढ़ा सकते हैं, जो रोजाना भर-भरके अंडे देंगी, लेकिन कई बार मुर्गियों से बड़े अंडे भी मिलते हैं, जो बाजार में ज्यादा कीमत पर बिकते हैं. इन बड़े साइज के अंडों के प्रोडक्शन के लिए क्या करना होगा.


एक्सपर्ट्स  की मानें को मुर्गियों से अंडे लेने की प्रोसेस पूरी तरह नेचुरल होती है. कुछ मुर्गियां मुर्गों के संपर्क में आकर अंडे देती है तो कुछ पोल्ट्री फार्म्स में अंडे सिर्फ दाने से तैयार होते हैं. इस बीच बड़े साइज के अंडे के लिए कोई अलग से प्रोसेस फॉलो नहीं करनी पड़ती, बल्कि ये बड़े आकार और ज्यादा वजन का अंडा भी एक गलती की वजह से मिलता है.


कैसे मिलता है बड़ा अंडा
मुर्गी से अंडा लेने का प्रोसेस पूरी तरह नेचुरल है. हर मुर्गी 55 से 60 ग्राम के वजन का अंडा देती है, जो बाजार में 7 से 10 रुपये का बिकता है. वहीं सामान्य से बड़े आकार का अंडा कभी-कभी ही मिलता है.बता दें कि इस अंडे का खोल तो बड़ा होता है, साथ ही इसमें तरल पदार्थ ज्यादा और पीली जरदी भी 2 होती है. इस अंडे का प्रोडक्शन मुर्गी के व्यवहार पर निर्भर करता है.


आमतौर पर मुर्गी रोजाना एक बार अंडा देती है, लेकिन कई बार मुर्गी का व्यवहार बदलने से एक दिन का अंडा नहीं मिलता और वो अगले दिन के खाते में चला जाता है, हालांकि मुर्गी अंडा भी उधार नहीं रखती, इसलिए सेम डे अंडा ना मिलने पर अगले दिन दोगुना साइज का अंडा देती है, जिसका वजन 60 ग्राम से कहीं अधिक होता है.


क्यों बदलता है मुर्गी का नेचर
कई मुर्गी पालन और पशु विशेषज्ञ बताते हैं कि मुर्गी एक बहुत ही संवेदनशील पक्षी है. पोल्ट्री फार्म में उसके व्यवहार के मुताबिक एक्टीविटी होती रहें तो वो टाइम से अंडा दे देती है, लेकिन कई बार शोर-शराबे, पोल्ट्री फार्म में जानवर घुंसने, नए पोल्ट्री किसान के आने, फीड देने में देरी या फिर पोल्ट्री फार्म की लाइट बंद-चालू करने में लंबे  समय का अंतर हो जाए तो मुर्गी का व्यवहार बदल जाता है.


मुर्गी अपने रुटीन से अंडा देती है और रुटीन टूटने पर अंडा नहीं मिल पाता, लेकिन अंडा कैंसिल नहीं होता, बल्कि अगले दिन बड़े साइज का अंडा मिल जाता है. इस तरह बड़ा अंडा सिर्फ एक गलती की वजह से मिलता है ना कि मुर्गी की देखभाल करने पर.


अंडे के लिए फीड है जरूरी 
कई लोग सोचते हैं कि मुर्गी का अंडा मुर्गे के संपर्क में आने पर ही मिलता है, जबकि ऐसा नहीं है. ये ठीक वैसे ही जैसे गाय, भैंस और बकरी चारा-पानी खाकर सुबह-शाम रुटीन से दूध देती हैं. ठीक उसी तरह मुर्गी भी दिन में 3-4 बार फीड लेती है और अगले दिन सुबह एक ताजा अंडा मिल जाता है, हालांकि ब्रायल पोल्ट्री फार्म में चूजे वाले अंडे मिलते हैं, जिसके लिए मुर्गी को मुर्गे के संपर्क में आना जरूरी है.


बाद में यही चूजे पोल्ट्री कारोबार को आगे बढ़ाते हैं. रिसर्च की मानें तो मुर्गी का टॉप ब्रीड साल में 280 से 290 अंडे देती हैं, लेकिन कई बार मुर्गियां भी अपने नेचर के हिसाब से फीड खाकर भी अंडा नहीं देतीं, इसलिए अंडा बड़ा हो या छोटा, ये पूरी तरह से मुर्गी पर ही निर्भर करता हैं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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