Urban Farming: मार्केट जाने का झंझट ही खत्म, बेकार पड़ी प्लास्टिक बोतल में लें गाजर-मूली का ताजा प्रोडक्शन
Home Gardening: प्लास्टिक की बोतल से बने प्लांटर में गाजर और मूली तैयार होने में करीब 2 महीने का समय लग जाता है. वहीं बीजों को लगाने के 15 दिन के अंदर पौधे निकल आते हैं.
Vegetable Gardening: आजकल शहरों में गार्डनिंग (Home Gardening) का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है. अब लोग बगीचों से लेकर बालकनी, छत और यहां तक कि रसोई तक में फल, फूल सब्जियों की गार्डनिंग (Vegetable Gardening) करने लगे हैं. इससे रोजाना की जरूरतों के साथ शौक भी पूरे हो जाते हैं. आप भी चाहें तो अपने किचन या टेरेस गार्डन (Terrace Garden) में सर्दियों के सीजन की सब्जियां उगा सकते हैं.
आजकल सोशल मीडिया पर ऐसी गार्डनिंग काफी ट्रेंड में होती है. गार्डनिंग ब्लॉगर्स (Gardening Bloggers) और खेती-किसानी के शौकीन लोग अब घर पर ही इन सब्जियों की खेती (Vegetable farming) कर रहे हैं. अगर बड़े लेवल पर गार्डनिंग करने के इंतजाम ना हों, तब भी बेकार बड़ी प्लास्टिक की बोतल में गाजर और मूली (Gardening in Plastic Bottles) उगा सकते हैं. ये मजाक नहीं, बल्कि कचरे से कमाल करने वाली तकनीक है.
कैसे उगाएं गाजर-मूली
जाहिर है कि गाजर-मूली मिट्टी के अंदर पैदा होने वाली सब्जियां होती है, जिनके प्रोडक्शन के लिये प्रॉपर गहराई और ड्रेनेज सिस्टम की जरूरत होती है. अब यदि आपके घर पर भी बेकार प्लास्टिक की बोतल पड़ी हों तो आराम से घर बैठे गाजर-मूली का जायका ले सकते हैं. इसके लिये प्लास्टिक की बोतलें, मूली और गाजर के बीज, कैंची या चाकू, पॉटिंग मिक्स और धूपदार जगह की जरूरत पडेगी.
प्लांटर तैयार करें
घर पर गाजर-मूली की बागवानी करने के लिये सबसे पहले प्लास्टिक की बोतल से प्लांटर तैयार करना होगा. इसके लिये बोतल को कैंची या चाकू की मदद से काट लें और बोतल की तली में छेद बना दें. ध्यान रखें कि बोतल में सिर्फ 4 या 5 छेद ही बनायें, जिससे प्लांटर का पानी बाहर निकल सके और फल को बढ़ने के लिये भी जगह मिल जाये.
खाद तैयार करें
प्लास्टिक की बोतल में भी बागवानी करने के लिये पॉट-मिक्स की जरूरत तो पडेगी ही. इसके लिये मिट्टी में रेत, गोबर की खाद और वर्मीकंपोस्ट मिला सकते हैं. आजकल लोग सिर्फ कोकोपीट की मदद से भी घर बैठे सब्जियों का प्रॉडक्शन ले रहे हैं. इस तरह पॉट मिक्स बनाकर बोतलों में भर लें और बुवाई से एक दिन पहले प्लांटर को ठीक तरह से पानी दें.
बीज लगायें
प्लास्टिक की बोतल और पॉट मिक्स से प्लांटर तैयार करने के बाद 2 इंच की गहराई में बीजों को लगायें. ध्यान रखें कि गाजर और मूली के प्लांटर अलग-अलग हों. इसके अलावा, एक प्लांटर में एक या दो ही बीज लगाने चाहिये. अब बीजों को लगाने के बाद ऊपर से मिट्टी डालकर बीजों को ढंक दें और स्प्रेयर की मदद से प्लांटर को पानी लगायें. अब दो दिन के लिये प्लांटर को छायादर या बंद जगह पर रख दें, जिससे बीजों का अंकुरण हो सके.
प्लांटर की देखभाल
प्लास्टिक की बोतल से बने प्लांटर (Planter In Plastic Bottle) में गाजर और मूली तैयार होने में करीब 2 महीने का समय लग जाता है. वहीं बीजों को लगाने के 15 दिन के अंदर पौधे निकल आते हैं. इनकी ग्रोथ के लिये सुबह-शाम प्लांटर में नमी बनाये रखने के लिये स्प्रेयर की मदद से पानी लगायें. पौधों के आस-पास कीड़ों या मच्छरों का प्रकोप दिखने पर नीम ऑइल का स्प्रे करें. इस तरह 45 से 60 दिन के अंदर आपको गाजर और मूली का ताजा प्रोडक्शन (Home Grown Vegetables) मिल जायेगा.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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