Apple Market: एक तरफ जहां सेब महंगे दामों के कारण आम आदमी की पहुंच से दूर है, वही देश के एक बड़े हाईवे पर सैकड़ों ट्रकों के फंसने की वजह से हजारों कुंटल सेब खराब हो गया है. सेब खराब होने के कारण अन्य राज्यों उसके महंगे होने के आसार हैं. उधर सेब की सप्लाई प्रॉपर ने होने की वजह से व्यापारी भी गुस्सा हैं.
जानकारों का कहना है कि यदि कुछ दिन और ट्रक हाईवे पर फंसे रहे तो काफी क्वांटिटी में सेब खराब हो सकता है. सरकार को जल्द से जल्द हाईवे सही कराकर सेब को उनके ठिकानों पर पहुंचने देना चाहिए.
क्यों आई सेब खराब होने की नौबत
दरअसल मौजूदा सीजन सेबों का है जम्मू-कश्मीर में देश का सबसे ज्यादा सेब प्रोडक्शन होता है. वहां से सेब उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों को भेजा जाता है. कश्मीर के हाईवे पर मरम्मत कार्य चल रहा है. इसी कार्य के चलते सैकड़ों की संख्या में ट्रक अब हाईवे पर फंस गए हैं. सेब व्यापारी सरकार से मदद मांग रहे हैं कि जल्दी से मरम्मत कार्य करा ट्रकों को वहां से निकाला जाए नहीं तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है. एक व्यापारी ने बताया कि काफी क्वांटिटी में सेब खराब हो चुका है और यदि ट्रकों को अभी नहीं निकाला तो बहुत ही अधिक सेब खराब हो जाएगा
8000 ट्रकों में 100 करोड़ रुपये का सेब फंसा
कश्मीर के सेब संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि 8000 ट्रक देश के अलग-अलग स्टेट्स में सेब लेकर जा रहे हैं. इन सभी में 100 करोड़ से अधिक का माल है. पिछले 2 हफ्ते से यह सभी ट्रक सड़कों पर फंसे हुए हैं. उन्हें जानकारी नहीं है कि इस हालत में कितने दिनों तक हाईवे पर खड़ा रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सेब सड़ने लगे हैं. कश्मीर के अफसरों का कहना है कि इस बार बारिश अधिक हुई है, जिसकी वजह से 21 लाख मीट्रिक टन से अधिक सेब की फसल हुई है. सेब सप्लाई देश के अन्य राज्यों में हो रही है.
पहले से संकट में Apple Market
ईरान से भारत को सेब सप्लाई होने के कारण पहले से ही जम्मू-कश्मीर में एप्पल मार्केट संकट में है. वहां के व्यापारियों में ईरान से आने वाले सेबों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. व्यापारियों का कहना है कि ईरान से सस्ता सेब से भारत के मार्केट पर निगेटिव असर पड़ेगा. जम्मू कश्मीर का सेब कारोबार प्रभावित होगा.
भारत में सेबों का सर्वाधिक उत्पादन जम्मू-कश्मीर (Apple farming in Jammu-Kashmir) में होता है. यहीं के सेब उत्पादन से भारत को विश्व में सातवां स्थान हासिल है. सभी फलों के उत्पादन में इसका हिस्सा देश में 3 प्रतिशत है. सेब की खेती (Apple Cultivation) से प्रदेश को करीब 1500 करोड़ की आमदनी होती है.
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